Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jul, 2017 02:20 PM
रैडक्रॉस भवन और सिविल अस्पताल में चल रही सस्ती रोटी योजना में ठेकेदारों द्वारा रोटी का वजन घटा कर अपना मुनाफा बढ़ा दिया गया है।
भटिंडा (सुखविंद्र): रैडक्रॉस भवन और सिविल अस्पताल में चल रही सस्ती रोटी योजना में ठेकेदारों द्वारा रोटी का वजन घटा कर अपना मुनाफा बढ़ा दिया गया है। अब गरीबों को 40 ग्राम की रोटी की बजाय लगभग 27 ग्राम की रोटी परोसी जा रही है, जिस कारण गरीबों को 10 रुपए वाली सस्ती रोटी थाली भी महंगी पडऩे लगी है।
जानकारी अनुसार पंजाब सरकार के आदेश पर 8 मई, 2017 को रैडक्रॉस भवन में 10 रुपए में सस्ती रोटी योजना की शुरूआत की गई थी।
उक्त योजना में 4 रोटी, दाल/सब्जी व 2 मिर्च दी जाती थी इसके अलावा 40 ग्राम की रोटी के हिसाब से 160 ग्राम (4 रोटियां) देना भी तय किया गया था। योजना की शुरूआत दौरान क्वालिटी बढिय़ा होने के कारण सस्ती रोटी की रोजाना सेल 450 पैकेट तक पहुंच गई परन्तु उक्त योजना ठेकेदारों को घाटा पडऩे के कारण उक्त द्वारा इस ठेके को छोड़ दिया गया। इसके बाद प्रशासन द्वारा 26 जून के बाद उक्त योजना का ठेका अनीता मोंगा को सौंप दिया गया और सप्ताह मुताबिक मैन्यू भी तय किया गया था।
ठेकेदारों को प्रशासन द्वारा लगभग 13 रुपए दिए जाते हैं, महंगाई के हिसाब से शायद जो काफी नहीं हैं। अब उक्त ठेकेदारों द्वारा अपना मुनाफा बढ़ाने के लिए सस्ती रोटी के वजन को घटा कर 110-112 (4 रोटी) कर दिया गया है। इसके अलावा रोजाना बनाई जा रही दालों में भी समझौता किया जा रहा है। दालें महंगी होने के कारण गरीबों को मूंगी दाल के स्थान पर प्याज ज्यादा डाले जा रहे हैं। रोटियों का वजन घटाने के कारण हर रोज सस्ती रोटी खाने वाले गरीबों की संख्या में लगातार कमी आ रही है।