Edited By Updated: 14 Feb, 2017 02:06 AM
नाभा जेल ब्रेक के मास्टर माइंड गुरप्रीत सिंह सेखों व उसके
पटियाला(बलजिन्द्र): नाभा जेल ब्रेक के मास्टर माइंड गुरप्रीत सिंह सेखों व उसके 3 साथियों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए सोमवार को डी.आई.जी. पटियाला रेंज आशीष चौधरी ने बताया कि गैंगस्टर हांगकांग में बैठे रमनप्रीत रोमी के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे। रोमी ने ही अब तक वारदातें करने और नाभा जेल ब्रेक करने के लिए समूचे पैसे मुहैया करवाए थे। पुलिस ने हांगकांग में बैठे रमनप्रीत रोमी को यहां लाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं व उसके खिलाफ रैड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाएगा।
डी.आई.जी. चौधरी ने बताया कि पंजाब में गैंगस्टरों के इस बड़े गिरोह को ऑप्रेट हांगकांग में बैठ कर रमनप्रीत रोमी कर रहा है जोकि अकाऊंट हैक करने में माहिर भी है और बड़ी वारदातों को अंजाम देने के लिए समूचे गैंगस्टरों को धन भी मुहैया करवाता है। पिछले साल पटियाला पुलिस ने उसको विदेशी जाली डैबिट और क्रैडिट कार्ड व अन्य जाली कागजात तैयार करने के मामले में गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि फरार हुए गैंगस्टर पहले हांगकांग अपना मैसेज छोड़ते थे और हांगकांग से ही बाकी सबको मैसेज भेजे जाते थे।
डी.आई.जी. ने बताया कि नाभा जेल ब्रेक मामले में बनाई गई स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम, जिसमें ए.डी.जी.पी. प्रमोद कुमार,आई.जी. पटियाला जोन- बी. चन्द्रशेखर, डी.आई.जी. आशीष चौधरी, आई.जी. काऊंटर इंटैलीजैंस अमित प्रसाद, एस.एस.पी. एस. भूपथी, ए.आई.जी. काऊंटर इंटैलीजैंस गुरमीत सिंह चौहान और एस.पी. डी. हरविंद्र विर्क, इंस्पैक्टर विक्रमजीत सिंह बराड़ और इंस्पैक्टर शमिंद्र सिंह शामिल हैं, की तरफ से लगातार जांच की जा रही है। जांच में यह बात सामने आई कि मतदान के बाद गुरप्रीत सेखों अपने साथियों सहित भारी मात्रा में हथियारों के साथ पंजाब में पहुंच गया था और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विदेश भागने की फिराक में था गुरप्रीत सेखों
डी.आई.जी. आशीष चौधरी ने बताया कि गुरप्रीत सेखों बड़ी वारदातों को अंजाम देने के बाद फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विदेश भागने की फिराक में था इसलिए उसने कागज तैयार भी किए हुए थे जोकि जांच दौरान बरामद किए गए हैं।
मुदकी के पैट्रोल पम्प का मालिक था सेखों के निशाने पर
डी.आई.जी. आशीष चौधरी ने बताया कि मुदकी के पैट्रोल पम्प का मालिक गुरप्रीत सेखों के निशाने पर था, उसके लिए वह 5 फरवरी को चुनाव खत्म होने के बाद पंजाब में आया और इस बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारियां करने लगा। चुनाव के दौरान भारी पुलिस फोर्स के कारण गुरप्रीत सेखों पंजाब में नहीं आ सका था। उन्होंने बताया कि भागने के बाद सेखों सीधा राजस्थान गया, जहां से उसने थार जीप खरीदने की कोशिश की। उसके बाद वह इंदौर चला गया। इंदौर के बाद अब 5 फरवरी को पंजाब में आ गया था।
क्या कुछ हुआ बरामद
नाभा जेल तोड़ कर फरार हुए गुरप्रीत सेखों और उसके साथियों से पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध हथियार, 15 जाली आई.डीज व छीनी हुई वर्ना कार बरामद की है। बरामद हथियारों में गुरप्रीत सेखों से 32 बोर का पिस्तौल और 10 कारतूस, मनप्रीत सेखों से 32 बोर का पिस्तौल और 10 कारतूस, कुलविंद्र सिंह टिम्बरी से 9 एम.एम. का पिस्तौल और 8 कारतूस, राजविंद्र सिंह उर्फ सुल्तान से 32 बोर का पिस्तौल और 10 कारतूस तथा एक 12 बोर दोनाली गन व 15 कारतूस बरामद किए गए। बरामद की गई वर्ना कार लुधियाना से छीनी गई थी।
गुरप्रीत सेखों के खिलाफ कत्ल और डकैती के 30 मुकद्दमे दर्ज हैं
गुरप्रीत सेखों के खिलाफ नाभा जेल ब्रेक के अलावा कत्ल और डकैती के 30 मुकद्दमे दर्ज हैं, जबकि मनप्रीत सेखों के खिलाफ 3 केस पहले ही दर्ज हैं। इसके अलावा पहले गिरफ्तार किए गए पलविंद्र सिंह पिंदा, गुरप्रीत सिंह उर्फ नीटा दयोल, हरमिंदर सिंह मिंटू के विरुद्ध दर्जनों मुकद्दमे दर्ज हैं।