Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Feb, 2018 09:38 AM
गुरु नानक देव अस्पताल सहित अमृतसर के विभिन्न सरकारी संस्थानों में जाकर औचक निरीक्षण कर लोगों की शिकायतों के निवारण का दावा कर चुके सांसद गुरजीत सिंह औजला ने अपने दल-बल सहित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय पर भी धावा बोला और कार्यालय के स्टाफ पर आवेदकों...
अमृतसर(ममता): गुरु नानक देव अस्पताल सहित अमृतसर के विभिन्न सरकारी संस्थानों में जाकर औचक निरीक्षण कर लोगों की शिकायतों के निवारण का दावा कर चुके सांसद गुरजीत सिंह औजला ने अपने दल-बल सहित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय पर भी धावा बोला और कार्यालय के स्टाफ पर आवेदकों को परेशान कर एजैंटों की शरण में जाने को मजबूर करने का आरोप लगाया।
कर्मचारियों द्वारा सेवाओं में देरी के संबंध में आवेदकों से मिली शिकायतों को लेकर औजला क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय पहुंचे। इस दौरान आर.पी.ओ. कृष्ण कुमार भी उपस्थित थे। कार्यालय में उपस्थित आवेदक सांसद औजला से मिले और उनको अपनी समस्याओं की जानकारी दी। सांसद औजला ने कहा कि उनके नोटिस में लाया गया है कि कुछ ऐसे तत्व हैं, जो अनावश्यक देरी का कारण बनने की कोशिश करते हैं, ताकि आवेदक कार्यालय में बार-बार परेशान होने की बजाय एजैंट से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट कार्यालय कर्मचारियों की इस असंवेदनशीलता को सहन नहीं किया जाएगा।
एकत्र किए गए आंकड़ों व लोगों की शिकायतों को जांच और समाधान के लिए विदेश मामलों के वाणिज्य मंत्रालय, पासपोर्ट और वीजा डिवीजन (सी.पी.वी.) को भेजा गया है। सी.पी.वी. की रिपोर्ट ही माफिया गतिविधियों की शंका को प्रकट करती है और इस अपराध के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी कृष्ण कुमार का कहना था कि उनका लगभग 90 प्रतिशत काम पासपोर्ट सेवा केंद्र पर निर्भर करता है और सारी अप्वाइंटमैंट्स ऑनलाइन होती हैं। इसके अतिरिक्त रिफ्यूज पासपोर्ट या फिर जाली प्रमाण-पत्रों के अतिरिक्त अन्य समस्याओं का निपटारा उनके पास होता है। पैंडिंग फाइलें भी पासपोर्ट मेले लगाकर हर माह निपटाई जाती हैं। स्टाफ की ओर से उन्हीं मामलों में देरी होती है जिसका हल सी.पी.वी. के पास होता है।