Edited By Updated: 28 Mar, 2017 09:25 AM
जिला पुलिस ने पिछले लम्बे समय से शहर में लूट-पाट की वारदातों को अंजाम दे रहे 3 सदस्य गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार आरोपियों में कुलविन्द्र सिंह, अमृतपाल सिंह निवासी अन्नगढ़ व सुनील कुमार निवासी भराड़ीवाल शामिल हैं।
अमृतसर(संजीव): जिला पुलिस ने पिछले लम्बे समय से शहर में लूट-पाट की वारदातों को अंजाम दे रहे 3 सदस्य गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार आरोपियों में कुलविन्द्र सिंह, अमृतपाल सिंह निवासी अन्नगढ़ व सुनील कुमार निवासी भराड़ीवाल शामिल हैं। पुलिस ने लुटेरों के कब्जे से लूटे हुए 9 मोबाइल, 1 मोटरसाइकिल व हथियार बरामद किए। इसी तरह पुलिस ने झारखंड से अफीम की तस्करी करने वाले दलीप कुमार निवासी झारखंड को गिरफ्तार किया, जिसके कब्जे से डेढ़ किलो अफीम बरामद हुई। पुलिस ने अफीम तस्कर के साथी सतनाम सिंह निवासी बासरके भैणी के विरुद्ध भी केस दर्ज किया है, जबकि वह सतनाम सिंह अभी पुलिस की पकड़ से दूर चल रहा है। पुलिस ने उक्त सभी आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज कर माननीय अदालत के निर्देशों पर जांच के लिए पुलिस रिमांड पर लिया है।
DCP इन्वैस्टीगेशन जगमोहन सिंह ने किया खुलासा
डी.सी.पी. इन्वैस्टीगेशन जगमोहन सिंह ने यह खुलासा आज पत्रकार सम्मेलन के दौरान किया। उन्होंने बताया कि कुछ समय से उन्हें लगातार सूचनाएं मिल रही थीं कि उक्त गिरोह शहर में वारदातेें कर रहा है, जिस पर पुलिस ने स्पैशल टीमों का गठन कर उक्त गिरोह को बेनकाब किया। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 2 दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इसी तरह पुलिस को यह भी सूचना मिली थी कि झारखंड का रहने वाला दलीप अफीम की तस्करी करने के लिए अमृतसर पहुंच रहा है, जिस पर स्पैशल नाकाबंदी की गई और उक्त तस्कर को स्थानीय बस स्टैंड के करीब से गिरफ्तार कर लिया गया। इसने बताया कि वह राजस्थान व झारखंड से अफीम लेकर आता है और पंजाब में बेचता है।
पैदल चलने वाले रहते थे लुटेरों के निशाने पर
गिरफ्तार किए गए लुटेरों ने पूछताछ के दौरान बताया कि पैदल चलने वाले व महिलाओं के अतिरिक्त बुजुर्ग दम्पति उनके निशाने पर रहते थे। उनका गिरोह रात्रि 3 बजे से सुबह 5 बजे के करीब वारदातों को अंजाम देता था, जिनमें सब्जी मंडी जाने वाले व रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकडऩे वाले शहरवासी होते थे। रात्रि 11 बजे से 1 बजे तक वह टूरिस्ट्स व बाहर से आने वाले शहरवासियों को अपना निशाना बनाया करते थे। जब वे अपने टारगेट की पहचाने कर लेते तो गिरोह के 2 साथी उनके पीछे लग जाते थे। जैसे ही टारगेट सुनसान जगह पर पहुंचता तो वारदात को अंजाम दे दिया जाता था। विरोध करने वाले पर तेजधार हथियारों से वार भी किया जाता था। पुलिस इन लुटेरों से गंभीरता के साथ जांच कर रही है और कई अन्य खुलासे होने की भी संभावना है।