Edited By Updated: 20 Feb, 2017 01:37 PM
जिला फिरोजपुर में आए दिन सड़क हादसे बढ़ रहे हैं और इन हादसों में कीमती जानें जा रही हैं और आज भी ऐसे बहुत से लोग हैं जो जिंदगी
फिरोजपुर (कुमार): जिला फिरोजपुर में आए दिन सड़क हादसे बढ़ रहे हैं और इन हादसों में कीमती जानें जा रही हैं और आज भी ऐसे बहुत से लोग हैं जो जिंदगी और मौत के बीच अस्पतालों में लटक रहे हैं। इन हादसों में जब कोई व्यक्ति मर जाता है तो उसका सीधा असर उस परिवार पर होता है जिस परिवार का वह सदस्य होता है। कई ऐसे परिवार हैं जिनके पारिवारिक सदस्य सड़क हादसों में दम तोड़ गए और उस परिवार के लिए दो वक्त की रोटी तक खा पाना मुश्किल हो गया है। इन हादसों के लिए जहां आम लोग जिम्मेदार होते हैं, वहीं कहीं न कहीं पंजाब का ट्रांसपोर्ट विभाग, पी.डब्ल्यू.डी. विभाग, ट्रैफिक से संबंधित पुलिस भी जिम्मेदार होती है और सियासी तथा प्रभावशाली लोग भी जिम्मेदार होते हैं जो कानून का उल्लंघन कर लापरवाही से वाहन चलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होने से अपना प्रभाव दिखा कर ऐसे लोगों को बचाते हैं।
अगर सड़क हादसों को रोकना है तो हम सभी को अपनी-अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी के साथ निभानी होगी। फिरोजपुर-फाजिल्का सड़क पर हादसे में मारे गए अध्यापकों और जीरा-मक्खू सड़क पर एक बड़ा कोयले से भरा ट्राला एक टवेरा गाड़ी पर पलटने से हुई 11 लोगों की मौत की घटना को अगर देखा जाए तो ट्रांसपोर्ट विभाग की अफसरशाही, वाहन चालकों आदि पर कई तरह के प्रश्र चिन्ह लग जाते हैं। दुख की बात तो यह है कि इतना बड़ा सड़क हादसा होने के बावजूद सरकार और अफसरशाही कुंभकर्णी की नींद में है।