Edited By Updated: 24 Apr, 2017 03:19 PM
पंजाब मानव अधिकार संगठन (पी.एच.आर.ओ.),एक गैर सरकारी संगठन,ने दावा किया है कि 1983 में हत्या के मामले में पूर्व अकाली नेता विरसा सिंह वलटोहा एक घोषित अपराधी है।
अमृतसरः पंजाब मानव अधिकार संगठन (पी.एच.आर.ओ.) ने दावा करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह तथा डी.जी.पी.से मांग की है कि पूर्व अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा 1983 में हत्या के मामले में भगौड़ा अपराधी है,उसे गिरफ्तार किया जाए।
संगठन ने आरोप लगाया कि डॉ सुदर्शन कुमार त्रेहान की हत्या के सिलसिले में दर्ज एफ.आई.आर. में वल्टोहा का नाम हरदीप सिंह और बलदेव सिंह के साथ दर्ज था। उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में अदालत ने उन्हें बरी कर दिया था जबकि वल्टोहा को एक पी.ओ. घोषित किया गया था। न्यायमूर्ति अजीत सिंह बैंस (निवृत्त) की अध्यक्षता में संस्था पीएचआरओ अनुसार इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए और वल्टोहा की गिरफ्तारी ।
तरनतारन के एस.एस.पी. हरजीत सिंह ने कहा कि ऐसे पुराने मामले के रिकॉर्ड का पता लगाना संभव नहीं है। वहीं वल्टोहा ने स्पष्ट किया कि इस मामले में उन्हें मुकदमे का सामना करना पड़ा था और बाद में अदालत ने उन्हें बरी कर दिया था। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने अपने रिकॉर्ड को अपडेट नहीं किया है।