Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Dec, 2017 11:28 AM
नोटबंदी के बाद से देश को डिजीटल इंडिया बनाने का सपना देख रही केंद्र सरकार इस दिशा में रेल मंत्रालय फिर एक कदम और बढ़ाने जा रहा है। रेलवे को डिजीटलाइजेशन करने के लिए कई कदम उठा चुके रेल प्रशासन द्वारा अब ट्रेनों के टिकट को भी यात्री के आधार कार्ड से...
लुधियाना(विपन): नोटबंदी के बाद से देश को डिजीटल इंडिया बनाने का सपना देख रही केंद्र सरकार इस दिशा में रेल मंत्रालय फिर एक कदम और बढ़ाने जा रहा है। रेलवे को डिजीटलाइजेशन करने के लिए कई कदम उठा चुके रेल प्रशासन द्वारा अब ट्रेनों के टिकट को भी यात्री के आधार कार्ड से जोडऩे की योजना बनाई जा रही है। इस योजना के सफल रहने पर लोग यात्रा के लिए निर्धारित टिकट वाले कोच में ही सफर कर पाएंगे और कथित तौर पर होने वाली टिकट दलाली पर भी रोक लगेगी।रेल प्रशासन द्वारा ई-टिकट को बढ़ावा, स्वाइप मशीनों, मोबाइल एप के माध्यम से टिकटों का भुगतान, आटोमैटिक टिकट वैंडिंग मशीनें व आटोमैटिक वाटर वैंङ्क्षडग मशीनें लगाने जैसी कई अन्य योजनायों को लागू कर रेल प्रशासन ने साबित कर दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्तमंत्री अरुण जेतली द्वारा डिजीटल इंडिया के दिए नारे को पूरा करने के लिए वह अपना पूरा दम-खम लगा रहा है। रेलवे इस दिशा में एक और ऐसी योजना लाने जा रहा है जिसका यात्रियों को पेश आने वाली समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। रेलवे नई योजना के तहत टिकट को आधार कार्ड से जोड़कर ट्रेनों के डिब्बों के दरवाजों के बाहर बायोमीट्रिक मशीनें लगाने जा रहा है।
योजना का ट्रायल हो चुका है शुरू
डिजीटल इंडिया के निर्माण के लिए रेलवे भी सूचना प्रौद्योगिकी (आई.टी.) की सहायता से खुद को पूरी तरह से आधुनिक बनाने की दिशा में तेजी से कार्य करता जा रहा है। रेलवे प्रशासन कोच के बाहर ट्रेन के स्टाफ के लिए लगाई जा रही बायोमीट्रिक मशीनों को प्रत्येक डिब्बे के बाहर यात्रियों के लिए भी लगाने जा रहा है। इस योजना को ट्रायल के तौर पर 1-2 मंडलों में चल रही प्रीमियम (वी.आई.पी.) ट्रेनों में शुरू किया जाएगा।
योजना के लागू होने के बाद जितनी सीटें उतने यात्री
इस योजना के आरक्षित डिब्बों में सफल रहने के बाद यात्रियों के लिए सुविधाओं में काफी बढ़ौतरी होगी। इस योजना के साधारण श्रेणी के डिब्बों पर लागू होने के बाद ट्रेन के डिब्बे में जितनी सीटे हैं उतनी ही टिकटें बिक्री किए जाने की योजना भी है। रेलवे के इस कदम से यात्रियों को खासकर साधारण श्रेणी कोच में यात्रा करने वाले लोगों को भारी सुविधा प्राप्त होगी।
यात्रियों की परेशानी होगी कम
आए दिन ट्रेन के आरक्षित, वातानुकूलित डिब्बों में कई बार यात्री साधारण टिकट लेकर चढ़ जाते हैं, लेकिन इस योजना को पूरी तरह शुरू कर दिए जाने के बाद यात्रियों की ऐसी कथित शिकायतों में भारी कमी आएगी। टिकट आरक्षित करवाने वाले यात्री के फोन पर 1 संदेश आएगा, जिसमें उसकी टिकट का नंबर होगा। यात्री के अपने निर्धारित कोच के बाहर लगी आधार ङ्क्षलक्ड बायोमीट्रिक मशीन में उंगूठा या उंगली लगाकर मशीन द्वारा उसे स्वीकृत करने पर यात्री के मोबाइल पर नंबर डिस्प्ले हो जाएगा और यात्री के प्रवेश के लिए डिब्बे का द्वार खुल जाएगा।