Edited By Updated: 03 Dec, 2016 10:36 AM
एक तरफ नोटबंदी की मार तथा दूसरी तरफ धान की पेमैंट मार्कफैड द्वारा अभी तक न देना स्थानीय आढ़तियों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है।आढ़ती एसो. लौंगोवाल के प्रधान पवन कुमार बबला, मंगत राय मंगू, बारू राम लंबू, शशि कुमार, सुभाष चंद, हरबंस सिंह गिल,...
लौंगोवाल(स.ह.): एक तरफ नोटबंदी की मार तथा दूसरी तरफ धान की पेमैंट मार्कफैड द्वारा अभी तक न देना स्थानीय आढ़तियों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है।आढ़ती एसो. लौंगोवाल के प्रधान पवन कुमार बबला, मंगत राय मंगू, बारू राम लंबू, शशि कुमार, सुभाष चंद, हरबंस सिंह गिल, विजय कुमार तथा पवन कुमार ने बताया कि 24.10.2016 तक की खरीद के बाद मार्कफैड ने अभी तक पेमैंट नहीं की, जिस कारण आढ़ती तथा किसान परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं।
लौंगोवाल मंडी में जितनी खरीद मार्कफैड ने इस बार की है उसमें से अभी तक 25 प्रतिशत की ही मुश्किल से अदायगी हो सकी है और 75 प्रतिशत धान की रकम अभी बकाया है जबकि बरनाला जिले में मार्कफैड ने 100 प्रतिशत अदायगी कर दी है। यहां तक कि लौंगोवाल पनसप और पनग्रेन ने भी पूरी अदायगी कर दी है। आढ़तियों ने कहा कि मार्कफैड की इस देरी ने सभी सरकारी दावों को झुठला दिया है।