Edited By Updated: 22 Apr, 2017 03:50 PM
राज्य सरकार ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की नन्नी छांव मुहिम के तहत चलाए जा रहे लड़कियों के ग्रामीण कौशल विकास केंद्रों का नाम बदलने का फैसला किया है।
भटिंडाः राज्य सरकार ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की नन्नी छांव मुहिम के तहत चलाए जा रहे लड़कियों के ग्रामीण कौशल विकास केंद्रों का नाम बदलने का फैसला किया है। हरसिमरत के अनुसार ये बयान तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री, चरनजीत सिंह चन्नी ने देते हुए कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि कैसे पंजाब सरकार ने कौशल विकास केंद्रों के नाम पर हरसिमरत बादल के निजी एन.जी.ओ.के तौर पर बढ़ावा देने के लिए नामित किया गया है।
सरकार के इस फैसले के बाद बीबी बादल ने प्रतिक्रिया देते कहा कि कितने अफसोस की बात है कि कांग्रेस सरकार अपनी पूरी ताकत लोगों से किए वादों को पूरे करने की बजाय पिछली अकाली दल की सरकार द्वारा किए गए कामों व नन्हीं छांव जैसी स्कीमों का श्रेय लेने के लिए लगा रही है।
बीबी बादल की ओर से जारी किए गए प्रैस नोट में बताया गया कि पहले एक कांग्रेसी मंत्री ने एेलान किया था कि नई सरकार भटिंडा टैक्निकल यूनिवर्सिटी बंद कर देगी। अब उसी मंत्री ने यह एेलान किया है कि जिला फतेहगढ़ साहिब में बडाली आला सिंह वसलानी में स्थापित नन्हीं छांव ग्रामीण विकास केंद्रों के नाम बदलेंगे, क्योंकि इन संस्थाओं में नन्हीं छांव का नाम आता है।
उन्होंने कहा कि इन बातों से नई सरकार की युवाओं व महिलाओं के सशक्तीकरण विरोधी मानसिकता की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि युवतियों को अपने पैरों पर खड़े होने के काबिल बनाने के लिए ग्रामीण कित्ता केंद्र शुरू किए गए थे। उन्होंने भटिंडा, मानसा, मुक्तसर, पटियाला व जालंधर जिले में 25 ग्रामीण विकास केंद्र खोलने की योजना बनाई थी। अकाली सरकार ने दो सैंटर खोल दिए थे। सरकार अब बाकी के 23 केंद्र भी खुलवाए। बीबी बादल ने कहा कि नन्हीं छांव फाऊंडेशन द्वारा किए गए काम का कांग्रेसी मंत्री से सर्टीफिकेट लेने की जरूरत नहीं।
उधर मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा कि मैंने न तो पहले ही कोई बयान दिया था और न ही अब दिया है। हरसिमरत कौर अपना मानसिक संतुलन खो चुकी है। खुद से ही मेरे बयान जारी करा रही हैं। क्या वह बता सकती हैं कि मैंने कब बयान दिया कहां दिया? क्या किसी चैनल पर चला, किसी अखबार में प्रकाशित हुआ? वह मन में जो आता है बोले जा रही हैं।