Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jul, 2017 03:12 PM
समकालीन डिप्टी कमिश्नर मालविन्द्र सिंह जग्गी के प्रयासों से पिछले साल ही यहां के दरबार गंज के नाम से जाने जाते सॢकट हाऊस में लाखों रुपए लगाकर इसका नवीनीकरण किया गया परंतु इसकी सांभ-संभाल को लेकर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
फरीदकोट (हाली): समकालीन डिप्टी कमिश्नर मालविन्द्र सिंह जग्गी के प्रयासों से पिछले साल ही यहां के दरबार गंज के नाम से जाने जाते सॢकट हाऊस में लाखों रुपए लगाकर इसका नवीनीकरण किया गया परंतु इसकी सांभ-संभाल को लेकर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि यहां के बगीचों में कई तरह के पौधे व वृक्ष लगाकर हरा-भरा बनाया गया था परंतु इन बगीचों में बड़ी मात्रा में उगी गाजर घास ने इन पौधों को खराब कर दिया है। सॢकट हाऊस के अलग-अलग बगीचों में बड़ी तादाद में यह गाजर घास उग चुकी है, जो यहां की खूबसूरती का नाश करती है।
सुबह-शाम बड़ी संख्या में यहां सैर करने के लिए आते लोग इस गाजर घास से सांस व चमड़ी की बीमारियां लेकर जाते हैं। मैडीकल अफसर डा. चंद्रशेखर कक्कड़ अनुसार यह गाजर घास सांस व चमड़ी की भयानक बीमारियों का कारण बनती है। सॢकट हाऊस में बना लोक निर्माण विभाग के आराम घर के सामने बनी बगीची गाजर घास से पूरी तरह भरी पड़ी है। इसके अलावा बेसहारा पशु फूलदार पौधों को खाकर सॢकट हाऊस के बगीचों को नुक्सान भी पहुंचाते हैं।
यहां सैर करने के लिए आते गुरमीत बराड़, बलविन्द्र सिंह व सुरिन्द्र सिंह ने जिला प्रशासन से मांग की कि सॢकट हाऊस के रख-रखाव के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर ने कहा कि वह स्वयं सॢकट हाऊस का जायजा लेंगे और इसकी सांभ-संभाल को कायम रखने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे।