Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 10:40 AM
नशा तस्करी के मामले में हाईकोर्ट से राहत न मिलने के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा को नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा दे देना चाहिए। उक्त मांग भुल्लथ से कांग्रेस के नेता रणजीत सिंह राणा ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान...
जालंधर(चोपड़ा): नशा तस्करी के मामले में हाईकोर्ट से राहत न मिलने के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा को नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा दे देना चाहिए। उक्त मांग भुल्लथ से कांग्रेस के नेता रणजीत सिंह राणा ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान की। राणा ने कहा कि खैहरा की पृष्ठभूमि सदैव आपराधिक रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक खैहरा जोकि गुरदेव सिंह देबी के साथ मिलकर लंबे समय से नशों की बिक्री करता रहा है और इसी धंधे की काली कमाई से खैहरा ने चंडीगढ़ व रामगढ़ में कई कोठियां बनाई हैं।
उन्होंने बताया कि अगर इस मामले की ज्यूडीशियल जांच करवाई जाए तो खैहरा के कई बेनामी प्लाट और अनेकों सम्पत्तियों में बेनामी हिस्सेदारियों का खुलासा होगा। राणा ने खैहरा पर आरोप लगाते हुए उन्हें ट्रैवल एजैंटों का सरगना भी बताया। उन्होंने कहा कि खैहरा ने डा. सुरेन्द्र कक्कड़, रणजीत सिंह खस्सन व ‘आप’ नेताओं के साथ मिलकर ट्रैवल एजैंटों का ग्रुप बनाया हुआ था, जिनकी तरफ से समुद्र के रास्ते अमरीका भेजे गए बच्चे डूबकर मर गए। अब बच्चों के मां-बाप से सच्चाई छुपाकर उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है। राणा ने कहा कि खैहरा ने विधानसभा चुनावों में अपनी शैक्षणिक योग्यता का भी गलत जिक्र किया है।