Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Aug, 2017 01:28 PM
डेरा सिरसा से जुड़े सिख परिवारों का सिख पंथ में वापसी की शुरूआत तख्त साहिब के होती दिखाई दी।
तलवंडी साबो (मुनीष): डेरा सिरसा से जुड़े सिख परिवारों का सिख पंथ में वापसी की शुरूआत तख्त साहिब के होती दिखाई दी। पंचकूला में मारे जा चुके गांव बंगी निहाल सिंह वाला के एक डेरा प्रेमी का परिवार आज दमदमा साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब की शरण में आया।
उल्लेखनीय है कि पंचकूला में हुई हिंसा में प्रेमी हरि सिंह की पुलिस की गोली लगने से मृत्यु हो गई थी और गत सायं उसके संस्कार के बाद मृतक के बेटे राजपाल सिंह व गुरमीत सिंह तख्त साहिब में पहुंचे और माथा टेक ने के बाद जत्थेदार साहिब हरप्रीत सिंह से मुलाकात कर उनको विश्वास दिलवाया कि वे सिख होने के नाते श्री गुरु ग्रंथ साहिब को ही अपना गुरु मानेंगे और अपने पिता कि लिए वे अखंड पाठ करवाना चाहते हैं। उन्होंने अखंड पाठ के लिए गांव के गुरुद्वारा साहिब से गुरु गं्रथ साहिब के स्वरूप ले जाने की मांग की।
सिंह साहिब ने दोनों युवकों को सिरोपा भेंट किया व उनके फैसले का स्वागत करते हुए उनके निवेदन को स्वीकार कि या। इस दौरान सिंह साहिब ने पत्रकारों को बताया कि सिख परिवारों में जन्मे डेरा प्रेमी हमारे ही हैं व उनको अब एक व्यक्ति विशेष की बजाए शबद गुरु गुरु ग्रंथ साहिब जी के लड़ लगना चाहिए। इस मौके पर पांच प्यारों के अलावा शिरोमणि कमेटी की बीबी जोगिंद्र, भाई मोहन सिंह बंगी, केवल सिंह, भाई करन सिंह, भाई जंगीर सिंह आदि उपस्थित थे।