Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Aug, 2017 01:17 PM
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम को सी.बी.आई. कोर्ट द्वारा यौन शोषण मामले में फैसला सुनाए जाने के बाद यात्रियों व रेलवे सम्पत्ति
लुधियाना (विपन): डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम को सी.बी.आई. कोर्ट द्वारा यौन शोषण मामले में फैसला सुनाए जाने के बाद यात्रियों व रेलवे सम्पत्ति को बचाने के लिए एहतियात के तौर पर ट्रेनें रद्द कर दिए जाने के कारण स्टेशन पर आम दिनों से काफी कम चहल-पहल थी और वह भी बाबा को दोषी करार देने का फैसला सुनाते ही एकदम से गायब हो गई व स्टेशन देखते ही देखते एकदम से यात्री विहिन हो गया और वहां सन्नाटा-सा पसर गया।
स्थानीय रेलवे स्टेशनों पर फंसे यात्री
डेरा समर्थकों द्वारा हिंसात्मक घटनाओं को अंजाम देने की संभावनाओं के चलते रेल प्रशासन ने रेलवे सम्पत्ति व यात्रियेों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए ट्रेनों को पहले ही सुरक्षित स्थानों दिल्ली, जम्मू, अमृतसर जहां-जहां ट्रेन खड़ी थीं वहीं रोक दी गईं जिस कारण स्थानीय रेलवे स्टेशन पर काफी यात्री फंस गए जिनमें से यहां और नजदीकी क्षेत्रों के रहने वाले लोग वापस घरों को लौट गए व कई यात्रियों ने अपने परिवारों सहित रेलवे स्टेशन, घंटाघर क्षेत्र में स्थित होटलों व धार्मिक स्थलों में शरण ली। होटल प्रबंधक सुखबीर सिंह ने बताया कि उनके होटल में अधिकतर यात्री ऐसे थे जिन्होंने 25 तारीख को होटल खाली कर ट्रेनें पकडऩी थीं लेकिन इस समय पैदा हुए हिंसात्मक माहौल के मद्देनजर मजबूरन सभी लोगों को अनिश्चितकाल के लिए होटल में ही रुकना पड़ रहा है।
पुलिस छावनी बना स्टेशन, अधिकारियों ने रखी सुरक्षा व्यवस्था पर पैनी नजर
महानगर का स्टेशन जिसका परिसर व प्लेटफार्म हर समय यात्रियों से खचाखच भरे रहते थे, शुक्रवार को पैदा हुई हिंसक स्थिति के चलते प्लेटफार्मों पर एक भी यात्री दिखाई नहीं दिया। उसके स्थान पर रेलवे स्टेशन पर आर.पी.एफ., जी.आर.पी. सिविल थानों की पुलिस सहित अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी इतनी भारी संख्या में तैनात थे कि वहां का दृश्य पुलिस छावनी का आभास करवा रहा था और पुलिस कमिश्रर आर.एन. ढोके, जिलाधीश प्रदीप अग्रवाल, डी.सी.पी. ध्रुमन निंबुले, एस.पी. जी.आर.पी. (आप्रेशन) अमनदीप कौर, ए.सी.पी. डा. सचिन गुप्ता सहित अन्य पुलिस अधिकारी थोड़े-थोड़े समय के बाद रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे।
रेलवे को हुई करोड़ों की क्षति
यात्रियों व रेलवे सम्पत्ति की सुरक्षा के लिए रद्द की गई ट्रेनों के कारण टिकट रिफंड करने व अन्य कारणों के चलते स्थानीय रेलवे स्टेशन पर रेलवे को 1.5 करोड़ से लेकर 2 करोड़ रुपए तक के राजस्व की क्षति होने की संभावना है।
अधिकारियों ने बनाई संयुक्त टीम
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्टेशन पर डी.टी.एम. सतिन्द्र पाल सिंह भाटिया, टी.आई. आर.के. शर्मा, सी.एम.आई. अजय कुमार, स्टेशन अधीक्षक अशोक सिंह सलारिया, आर.पी.एफ. प्रभारी विनोद कुमार ढोंढियाल, जी.आर.पी. प्रभारी करनैल सिंह ने द्वारा संयुक्त टीम बना किसी भी क्षण स्टेशन पर उपल्बध होने के लिए रणनीति बनाई गई।