Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Aug, 2017 12:31 PM
शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान परमजीत सिंह सरना ने कहा कि न्यायपालिका ने पूरी तरह मर्यादा को ध्यान में रखते हुए सच्चा सौदा डेरे के
अमृतसर (ममता): शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान परमजीत सिंह सरना ने कहा कि न्यायपालिका ने पूरी तरह मर्यादा को ध्यान में रखते हुए सच्चा सौदा डेरे के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को साध्वी से दुष्कर्म करने के मामले में दोषी करार देकर पीड़ित को इंसाफ दिया है, जो प्रशंसनीय है।
उन्होंने कहा कि न्यायपालिका ने भारी संख्या में सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं के एकत्रित होने के बावजूद बिना किसी दबाव के फैसला सुनाया है, जिससे देश के हर नागरिक का न्यायपालिका में विश्वास बढ़ा है और बाहुबलियों को हार का मुंह देखना पड़ा है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहां भारतीय संविधान अनुसार हर नागरिक को शांतिपूर्वक अपनी बात रखने का अधिकार है, परन्तु कुछ लोग इसका नाजायज फायदा उठाते हुए इसका दुरुपयोग करते हैं।उन्होंने कहा कि सिरसा के डेरे प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को सी.बी.आई. अदालत ने फैसला सुनाते हुए साध्वी बलात्कार केस में आरोपी ठहराया है।
उन्होंने कहा कि डेरा प्रमुख के खिलाफ फैसला आने के उपरांत जिस तरीके से डेरे के श्रद्धालुओं द्वारा तोड़-फोड़ की जा रही है, वह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि अमन-कानून को बनाए रखने के लिए धारा-144 लगाए जाने के बावजूद डेरा प्रमुख के हिंसक श्रद्धालुओं ने हरियाणा राज्य के मानचैस्टर के तौर पर जाने जाते पंचकूला शहर में इकट्ठे होने की अनुमति देना किसी साजिश का हिस्सा होने से इंकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि खट्टड़ सरकार इससे पहले मुरथल अध्याय और फिर जाट आंदोलन को नियंत्रित करने में बुरी तरह नाकाम रही है और अब सरकार का डेरा श्रद्धालुओं को नियंत्रित न कर पाना स्पष्ट करता है कि हरियाणा में अमन-कानून की स्थिति डांवाडोल है। उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब सरकार को हुल्लड़बाजों के साथ सख्ती के साथ पेश आना चाहिए।