Edited By Updated: 15 Apr, 2017 03:07 PM
रेलवे विभाग जल्द ही टिकट बुकिंग सिस्टम में बदलाव की तैयारी कर रहा है। इसके बाद सीट के चुनाव का तरीका भी बदल जाएगा।
जालंधर(गुलशन): रेलवे विभाग जल्द ही टिकट बुकिंग सिस्टम में बदलाव की तैयारी कर रहा है। इसके बाद सीट के चुनाव का तरीका भी बदल जाएगा। इसके लिए रेलवे विभाग एक नया सॉफ्टवेयर तैयार करवा रहा है। इस सॉफ्टवेयर के आने के बाद रेलवे में भी एयरलाइंस की तरह सीटें अलाट होंगी। टिकट बुकिंग के समय यात्री को सिर्फ कंफर्म सीट की जानकारी मिलेगी जबकि उसे कोच और सीट नंबर की जानकारी यात्रा से कुछ देर पहले दी जाएगी। टिकट बुक करवाते समय यात्री फार्म पर अपनी पसंद की सीट की मांग कर सकेगा लेकिन सीट नंबर और कोच की जानकारी चार्ट बनने के बाद ही यात्री को एस.एम.एस. द्वारा मिलेगी। रेलवे सूत्रों के मुताबिक इस नए आधुनिक सॉफ्टवेयर को तैयार करने का काम शुरू हो चुका है। अगले साल तक इस सॉफ्टवेयर के तैयार होने की उम्मीद है। नया सॉफ्टवेयर आने के बाद नीचे की सीटों पर सीनियर सिटीजंस को पहल दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि रेलवे सबसे पहले नीचे की सीटों को ही बुक करता है। ऐसे में कुछ ट्रेनों में सीटें खाली भी रह जाती हैं। नए सॉफ्टवेयर के आने के बाद सभी सीटों पर यात्रियों को एडजस्ट करने में मदद मिलेगी।
दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से चलेगी ट्रेन
रेल मंत्रालय दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से सैमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने को लेकर गंभीरता दिखा रहा है। इस रूट पर सैमी हाई स्पीड चलाने के लिए रेलवे ने फ्रेंच रेलवे के साथ अनुबंध किया है। फ्रेंच रेलवे इस 245 किलोमीटर लंबे रूट पर सैमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने के लिए हर पहलू को ध्यान में रखकर इस रूट को अपग्रेड करने और पूरे काम पर होने वाले खर्च की रूप-रेखा तैयार कर रही है। रेल मंत्रालय ने फेंच रेलवे को 200 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन चलाने संबंधी पूरा नक्शा व डॉक्यूमैंट देने को कहा है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हाल ही में दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर सैमी हाईस्पीड ट्रेन चलाने की संभावना पर फ्रेंच के उच्चाधिकारियों से विचार-विमर्श किया। रेलवे सूत्रों के मुताबिक फ्रेंच टीम द्वारा इस रूट को अपग्रेड करने पर आने वाले खर्च संबंधी पूरी रिपोर्ट अक्तूबर महीने में पेश की जाएगी। एक अनुमान के मुताबिक दिल्ली-चंडीगढ़ के रूट को अपग्रेड करने पर 46 लाख रुपए प्रति किलोमीटर खर्च आने का अनुमान है।