Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jul, 2017 02:49 PM
रेल कोच फैक्टरी में रेल कोचों के निर्माण के लिए पिछले लंबे समय से जारी मैटीरियल की कमी को लेकर रेल कर्मचारियों ने फनीॄशग शाप में डिवीजन अध्यक्ष शरणजीत सिंह की अध्यक्षता में सी.डब्ल्यू.ई. फर्नीशिंग व रेडिका के अन्य अधिकारियों का घेराव कर जोरदार...
कपूरथला (मल्ली): रेल कोच फैक्टरी में रेल कोचों के निर्माण के लिए पिछले लंबे समय से जारी मैटीरियल की कमी को लेकर रेल कर्मचारियों ने फनीॄशग शाप में डिवीजन अध्यक्ष शरणजीत सिंह की अध्यक्षता में सी.डब्ल्यू.ई. फर्नीशिंग व रेडिका के अन्य अधिकारियों का घेराव कर जोरदार नारेबाजी की। रेल कर्मी प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मैटीरियल की कमी कारण जहां रेल कोचों का उत्पादन घटा है वहीं रेल कर्मियों को मिलने वाले इंसैंटिव में भी कमी आई है। बताया जाता है कि रेल कोच फैक्टरी की फर्नीशिंग शाप में जब रेल कर्मियों को काम करने के लिए मैटीरियल न मिला तो वे भड़क पड़े व रेल कर्मियों ने फर्नीशिंग के डिवीजन अध्यक्ष शरणजीत सिंह, तरलोचन सिंह व प्रदीप सिंह की अध्यक्षता में सी.डब्ल्यू.ई फर्नीशिंग सहित रेल अधिकारियों का घेराव किया।
रेडिका कपूरथला को कार्पोरेट के हवाले करने की साजिश
इस घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने बताया कि आर.सी.एफ. प्रशासन एक साजिश तहत आर.सी.एफ. में मैटीरियल की कमी को दूर नहीं कर रहा ताकि रेडिका का उत्पादन लक्ष्य कम करके आम लोगों की नजर में रेडिका के कर्मचारियों को निकम्मे साबित कर रेडिका कपूरथला को कार्पोरेट के हवाले आसानी से किया जा सके। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि रेल कोचों की बोगियां, हारनैस, सीटें, वाटर टैंक आदि बड़ी आइटमों के साथ-साथ सैंकड़ों किस्म की छोटी आइटमों की कमी कारण फर्नीशिंग शाप में सैंकड़ों रेल कोच आऊट नहीं हो रहे। जबकि दूसरी तरफ जिन कोचों में ठेकेदारों द्वारा बिजली, बॉयो टैंक फिटिंग, पावर कार आदि में काम किया जा रहा है उनमें मैटीरियल का जरूरी इंतजाम है।
सी.डब्ल्यू.ई. फर्नीशिंग अधिकारी मौके से खिसका
प्रदर्शनकारियों के रोष को देखते सी.डब्लयू.ई. फर्नीशिंग अधिकारी के मौके पर से खिसक जाने का समाचार प्राप्त हुआ है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने रेडिका अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वीरवार तक किसी भी समय सी.डब्ल्यू.ई. सहित अन्य अधिकारियों का घेराव किया जाएगा। यह घेराव, रोष प्रदर्शन तब तक जारी रहेंगे जब तक रेडिका प्रशासन रेल डिब्बों के निर्माण के लिए जरूरी मैटीरियल मुहैया नहीं करवा देते। प्रदर्शनकारियों में विभिन्न रेलवे यूनियन के नेता उपस्थित थे।