Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Dec, 2017 09:33 AM
रेलवे स्टेशन बठिंडा से रेलवे का अपना ब्रांड ‘रेल नीर’ गायब हो गया है। उक्त पानी यात्रियों की सुविधा के लिए सस्ता मुहैया करवाया जाता है लेकिन ठेकेदारों द्वारा उक्त पानी की बजाय अन्य ब्रांडों का पानी बेचा जा रहा है। ‘रेल नीर’ न होने के कारण यात्रियों...
बठिंडा(परमिंद्र): रेलवे स्टेशन बठिंडा से रेलवे का अपना ब्रांड ‘रेल नीर’ गायब हो गया है। उक्त पानी यात्रियों की सुविधा के लिए सस्ता मुहैया करवाया जाता है लेकिन ठेकेदारों द्वारा उक्त पानी की बजाय अन्य ब्रांडों का पानी बेचा जा रहा है। ‘रेल नीर’ न होने के कारण यात्रियों को अन्य ब्रांडों का महंगे मूल्य का पानी खरीदना पड़ता है। यात्रियों ने मांग की है कि रेलवे स्टेशन पर ‘रेल नीर’ मुहैया करवाया जाए।
किसी स्टाल पर नहीं दिखता ‘रेल नीर’
सूत्रों की मानें तो रेलवे के पानी के उक्त ब्रांड की बिक्री में ठेकेदारों को कम मुनाफा मिलता है जबकि अन्य ब्रांडों में उन्हें अधिक पैसे बनते हैं। ऐसे में रेलवे स्टेशन के किसी भी स्टाल पर ‘रेल नीर’ दिखाई नहीं देता।
15 की बजाय 20 रुपए खर्च करते हैं यात्री
बठिंडा रेलवे स्टेशन पर रोजाना हजारों यात्रियों का आवागमन होता है। ‘रेल नीर’ न मिलने के कारण यह यात्री दूसरे ब्रांडों का पानी अधिक पैसे देकर खरीदते हैं। ‘रेल नीर’ की कीमत 15 रुपए प्रति बोतल निर्धारित की गई है लेकिन यात्री 20 रुपए देकर अन्य ब्रांड खरीदने को मजबूर हैं। अन्य ब्रांडों के पानी को ही स्टालों पर सजाया गया है। मजे की बात है कि रेट लिस्टों पर बाकायदा ‘रेल नीर’ का नाम व रेट दर्ज है लेकिन उक्त लिस्टें ठेकेदारों द्वारा किसी प्रकार छिपा दी जाती हैं।