Edited By Updated: 25 May, 2017 11:30 AM
सेहत मंत्री ब्रह्म महिन्द्रा, प्रमुख सचिव सेहत व परिवार भलाई अंजलि भांवरा व कमिश्नर फूड वरुण रूजम के दिशा-निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए जिला सेहत विभाग की टीम ने जिले में अलग-अलग रसायन पदार्थों द्वारा पकाए जा रहे फलों के गोदामों में छापामारी की।
अमृतसर (अवधेश): सेहत मंत्री ब्रह्म महिन्द्रा, प्रमुख सचिव सेहत व परिवार भलाई अंजलि भांवरा व कमिश्नर फूड वरुण रूजम के दिशा-निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए जिला सेहत विभाग की टीम ने जिले में अलग-अलग रसायन पदार्थों द्वारा पकाए जा रहे फलों के गोदामों में छापामारी की। टीम में शामिल जिला सहायक फूड कमिश्नर राजिन्द्रपाल सिंह व फूड सेफ्टी एक्ट अधिकारी रजनी रानी ने पुरानी सब्जी मंडी व वल्लां मंडी में फलों के गोदामों पर छापामारी की और वहां से कई प्रकार के फलों के सैंपल लिए। सहायक कमिश्नर ने बताया कि गोदाम में पड़े सड़े-गले फलों को कीचड़ में फिंकवा दिया गया है। जब टीम ने मंडियों में दस्तक दी तो ज्यादातर गोदामों वाले अपने गोदामों को ताले लगाकर वहां से फरार हो गए।
राजिन्द्रपाल सिंह ने बताया कि गर्मियों के सीजन में लोग आम, पपीता व केले का अधिक मात्रा में प्रयोग करते हैं, जिस कारण दुकानदार इसे जल्दी पकाने के लिए रसायनों का प्रयोग करते हैं। ऐसा फल खाने से कैंसर, रक्तचाप, मुंह में छाले पडऩा इत्यादि बीमारियां हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे गोदामों पर लगातार छापामारी जारी रहेगी, जिन गोदामों में छापामारी की गई है अगर उनके फलों में इथलीन की मात्रा 100 पी.पी.एम. से अधिक पाई जाएगी तो उनके खिलाफ फूड सेफ्टी एक्ट के अधीन कार्रवाई की जाएगी। जिस पर उक्त गोदाम मालिक को सजा व जुर्माना दोनों हो सकते हैं। राजिन्द्र पाल सिंह ने बताया कि हम फलों को 100 पी.पी.एम. इथलीन देकर पका सकते हैं जो फूड सेफ्टी एक्ट के अधीन सही मात्रा है।