Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 05:18 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी के हाथों पार्टी की कमान आने से पुराने तथा नौजवान कांग्रेसियों के बीच कोई टकराव नहीं होगा क्योंकि दोनों ही आयु के कांग्रेसी पार्टी की मजबूती चाहते हैं।
जालन्धर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी के हाथों पार्टी की कमान आने से पुराने तथा नौजवान कांग्रेसियों के बीच कोई टकराव नहीं होगा क्योंकि दोनों ही आयु के कांग्रेसी पार्टी की मजबूती चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 70 प्रतिशत जनसंख्या लगभग 40 आयु वर्ग से संबंध रखती है इसलिए राहुल के आगे आने से नौजवान वर्ग का समर्थन कांग्रेस के साथ जुड़ेगा। मुझे पूरी उम्मीद है कि राहुल जनता की आंकाक्षओं पर पूरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब जैसे छोटे राज्य में ही 9 मिलियन लोग बेरोजगार हैं।
सरकार को शिक्षित बेरोजगारी को दूर करने के लिए सख्त मेहनत करनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने पिछले 5-6 वर्षों में पूरे देश का चक्कर लगा कर सभी वर्गों के लोगों से बैठकें की हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने के विरुद्ध बोल रहा है परन्तु विपक्षी दलों को कांग्रेस के अंदरुनी मामलों में दखल देने का अधिकार नहीं है।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी ने पार्टी की मजबूती के लिए सख्त मेहनत की। 1998 से उन्हें सोनिया के साथ काम करने का मौका मिला। सोनिया ने जब मुझे पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपी थी तो एक वर्ष के भीतर उन्हें पंजाब के सभी कांग्रेसियों के बारे में जानकारी हो गई थी। जब उसे पूछा गया कि 2012 में पंजाबमें कांग्रेस क्यों हारी थी, तो उन्होंने कहा कि उस समय टिकट वितरण सही नहीं हुआ था। मैंने कई नेताओं को टिकट देने का विरोध किया था परन्तु इसके बावजूद उन्हें टिकट मिल गई थी। इस बार कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी व राहुल ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में स्क्रीङ्क्षनग कमेटी बनाई थी जिसने टिकटों का सही वितरण किया। भाई-भतीजावाद तथा परिवारवाद से ऊपर उठ कर टिकटें बांटी गई।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हमेशा अपने आप को उभारने के लिए राजनीति करते हैं। इस राजनीति में वह बिल्कुल भरोसा नहीं करते हैं। पराली को जलाने से पैदा हो रहे प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए केजरीवाल ने मात्र ड्रामा किया। इस समस्या का समाधान केवल केंद्र सरकार के हाथों में है। केंद्र को पंजाब के किसानों को 100 रुपए प्रति किं्वटल अतिरिक्त बोनस देना चाहिए।
पंजाब की आर्थिक समृद्धि के लिए लम्बे समय तक राजनीति में रहूंगा
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि चाहे विधानसभा चुनाव से पूर्व उन्होंने कहा था कि यह उनका अंतिम चुनाव है परन्तु पंजाब के मसले काफी गंभीर है जिसका पता उन्हें सत्ता में आने पर चला। चुनाव से पहले वह सोच रहे थे कि पंजाब पर 1.30 लाख करोड़ का कर्जा चढ़ा हुआ है। सत्ता में आने पर उन्हें पता चला कि पंजाब पर वास्तव में 2.8 लाख करोड़ का कर्जा चढ़ा हुआ है। इसी तरह से राजस्व घाटा भी 14000 करोड़ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके कई मित्रों व शुभचिंतकों ने उन्हें सलाह दी कि पंजाब को आर्थिक खुशहाली की तरफ ले जाने के लिए उनका लम्बे समय तक राजनीति में बना रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 5 वर्षों में वह लोगों से किए वायदों को पूरा करेंगे तथा उसके बाद जनता की कचहरी में जाकर अपने कामों के आधार पर पुन: फतवा मांगेंगे। जनता की आकांक्षओं को पूरा करने के लिए उन्हें लम्बा समय चाहिए। उन्होंने कहा कि वैसे तो राजनीतिज्ञ की रिटायरमैंट की कोई आयु नहीं होती है पर जनता की इच्छाओं पर राजनीतिज्ञ का राजनीति में बना रहना निर्भर करता है।