Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Mar, 2018 05:23 PM
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आने वाले समय में अब हर महीने विदेशी दौरे पर कुछ दिनों के लिए जाया करेंगे ताकि आप्रवासियों को कांग्रेस के साथ जोड़ा जा सके। राहुल गांधी फिलहाल इटली में अपनी नानी से मिलने के लिए गए हुए हैं। वहां से वापसी के बाद राहुल ने 7...
जालंधर (धवन): कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आने वाले समय में अब हर महीने विदेशी दौरे पर कुछ दिनों के लिए जाया करेंगे ताकि आप्रवासियों को कांग्रेस के साथ जोड़ा जा सके। राहुल गांधी फिलहाल इटली में अपनी नानी से मिलने के लिए गए हुए हैं। वहां से वापसी के बाद राहुल ने 7 मार्च को सिंगापुर व मलेशिया के दौरे पर रवाना होना है। इससे पहले राहुल अमरीका व बहरीन के दौरे परगए थे, उसी की तर्ज पर सिंगापुर व मलेशिया का दौरा तैयार किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी भी जिस तरह विदेशों में जाकर आप्रवासियों से मिल कर भाजपा के लिए समर्थन लेते रहे हैं, उनसे दो कदम आगे बढ़ते हुए राहुल ने 2019 में होने वाले लोकसभा के आम चुनावों से पूर्व कांग्रेस के लिए आप्रवासियो का समर्थन जुटाने का निर्णय लिया है। राहुल गांधी द्वारा अब सिंगापुर व मलेशिया में भारतीय समुदाय के लोगों से भारत व आप्रवासियों से जुड़े मसलों पर खुलकर चर्चा की जाएगी। सिंगापुर मेें राहुल एक स्थानीय स्कूल में जाकर नौजवान विद्यार्थियों रूबरू होंगे। वह नौजवानों की वार्षिक ग्लोबल कांफ्रैंस को भी संबोधित करेंगे। इसके अतिरिक्त दोनों देशों के सरकारों के प्रतिनिधियों से भी राहुल मुलाकात करेंगे। इन दोनों देशों के बाद राहुल का विदेशी कार्यक्रम ओवरसीज कांग्रेस द्वारा तैयार किया जाएगा।
अगले कुछ महीनों में राहुल का इंगलैंड, फ्रांस, कनाडा व अन्य देशों में कार्यक्रम रखे जाएंगे। अमरीका में राहुल का दौरा काफी सफल रहा था, उनके विचारों को काफी सराहा गया था। अब ओवरसीज कांग्रेस से जुड़े कांग्रेसी नेताओं द्वारा राहुल के अन्य दौरों को लेकर भी बैठकों का दौर शुरू कर दिया गया है। पार्टी नेतृत्व चाहता है कि जब लोकसभा के आम चुनाव निकट होंगे तो उस समय राहुल के लिए विदेशी दौरों पर जाना संभव नहीं हो सकेगा। उस समय राहुल को देश के अंदर ही अपना ध्यान केन्द्रित करना होगा। इसलिए अब उचित अवसर है जब वह हर एक दो महीने के अंदर समय निकालकर विदेशों में जाकर आप्रवासियों से जुड़ें। इससे आप्रवासी आगामी वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का समर्थन कर सकेंगे।