Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Nov, 2017 12:07 PM
गत दिवस गुवाहाटी (असम) में जी.एस.टी. पर पुनर्विचार करने के लिए देश के सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों के साथ की गई 23वीं जी.एस.टी. कौंसिल की बैठक में दैनिक प्रयोग की वस्तुओं पर कम की गई जी.एस.टी. की दर के फैसले को राज्य सभा सांसद इंजी. श्वेत मलिक ने...
अमृतसर(महेन्द्र): गत दिवस गुवाहाटी (असम) में जी.एस.टी. पर पुनर्विचार करने के लिए देश के सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों के साथ की गई 23वीं जी.एस.टी. कौंसिल की बैठक में दैनिक प्रयोग की वस्तुओं पर कम की गई जी.एस.टी. की दर के फैसले को राज्य सभा सांसद इंजी. श्वेत मलिक ने ऐतिहासिक फैसला बताया है। उन्होंने कहा कि कौंसिल की इस 23वीं बैठक में केंद्रीय वित्तीय मंत्री अरुण जेतली द्वारा लिए गए फैसलों ने देश की जनता के लिए अच्छे दिनों का एक तरह से मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भाजपा सरकार जहां देश के ईमानदार व्यापारियों, गरीब, मध्यम वर्ग तथा वेतन भोगियों के पक्ष में बड़े-बड़े महत्वपूर्ण फैसले ले रही है, वहीं कांग्रेस पार्टी व इसके अधिकांश नेता देश में काला बाजारी करने वालों के पक्ष में कभी नोटबंदी तो कभी जी.एस.टी. के मुद्दे पर लगातार विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली के भरसक प्रयासों की बदौलत आए दिन लगातार चल रही जी.एस.टी. कौंसिल की बैठकों के तहत शुक्रवार को जी.एस.टी. कौंसिल की बैठक में 150 से भी ज्यादा वस्तुओं पर जी.एस.टी. में बड़ा संशोधन करने तथा करीब 178 वस्तुओं पर जी.एस.टी. घटाकर 28 फीसदी से 18 फीसदी किए जाने पर देश में हर तरफ देश की जनता खुले तौर पर इसका समर्थन कर रही है, क्योंकि इससे गरीब वर्ग के साथ साथ वेतन भोगियों तथा इंकम टैक्स अदा करने वाले ईमानदार लोगों को जहां भारी राहत मिलेगी, वहीं जी.एस.टी. की रिटर्न भरने की प्रक्रिया को सरल करते हुए उसमें संशोधन किए जाने पर व्यापारियों को भी भारी राहत मिलेगी।
जी.एस.टी. के मुद्दे पर खुद को ही नादान प्रमाणित कर रहे हैं राहुल गांधी
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकाल के दौरान जी.एस.टी. को तो लागू नहीं कर सकी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली के भरसक प्रयासों की बदौलत लोक सभा तथा राज्य सभा में सभी राजनीतिक दलों द्वारा सर्वसम्मति से जी.एस.टी. का बिल पास किया गया था।
इसका कांग्रेस पार्टी ने भी समर्थन किया था, लेकिन कितने आश्चर्य की बात है कि सर्वसम्मति से पास हुई जी.एस.टी. के बिल का कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी न सिर्फ गलत तरीके से विरोध कर अपनी ही खिल्ली ही उड़वा रहे हैं, बल्कि जी.एस.टी. को गब्बर सिंंह टैक्स का नाम देकर अपने आप को खुद ही एक नादान राजनीतिज्ञ भी प्रमाणित कर रहे हैं। यही कारण है कि वे देश की जनता में लगातार अपनी विश्वसनीयता खो रहे हैं।
रैस्टोरैंट्स में खाना और घर बनाना हुआ सस्ता
उन्होंने कहा कि दैनिक प्रयोग में आने वाली खासकर फूड (खाने) पर जी.एस.टी. घटा कर उसे 5 फीसदी किए जाने के फैसले से अब लोगों को देश के हर रैस्टोरैंट में खाना सस्ता मिलेगा। हालांकि बड़े-बड़े स्टार वाले होटलों को फिलहाल इस राहत से बाहर रखा गया है। इसके अलावा दैनिक प्रयोग की वस्तुओं जैसा कि शैम्पू, डियोडरेंट, टुथपेस्ट, शेविंग क्रीम, ऑफ्टर शेव लोशन, ङ्क्षच्वगम तथा पीने वाली वस्तुएं भी लोगों को अब सस्ती मिलेंगी।
इसके अलावा जी.एस.टी. कौंसिल की 23वीं बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों के तहत लोग अब कम लागत पर अपने मकान बनवा सकेंगे, क्योंकि ताजा फैसले के तहत जी.एस.टी. की घटाई गई दरों के कारण मार्बल, ग्रेनाइट, क्रैमिक टाइल्ज, सैनेटरी की वस्तुएं, फर्नीचर, सजावट का सामान, सीमैंट ब्लाक, सीमैंट टाइल्ज, प्लास्टिक पाइप, हार्डवेयर सहित बिल्डिंग मैटीरियल भी लोगों को सस्ते मिलेंगे।