Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Oct, 2017 01:28 PM
पंजाबी यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर डा. एस.एस. बोपाराय के समय चलने वाला कल्चर अब वाइस चांसलर डा. बी.एस. घुम्मन ने भी शुरू कर दिया है। 30 सितम्बर को फाइनांस अफसर डा. बलजीत सिंह सिद्धू रिटायर हुए हैं, वह कंट्रोलर एग्जामिनेशन का चार्ज भी संभाल रहे...
पटियाला(प्रतिभा): पंजाबी यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर डा. एस.एस. बोपाराय के समय चलने वाला कल्चर अब वाइस चांसलर डा. बी.एस. घुम्मन ने भी शुरू कर दिया है। 30 सितम्बर को फाइनांस अफसर डा. बलजीत सिंह सिद्धू रिटायर हुए हैं, वह कंट्रोलर एग्जामिनेशन का चार्ज भी संभाल रहे थे। अब एक साथ 2 पोस्ट खाली होने के बाद वी.सी. ने दोनों ही पोस्टों पर प्रोफैसर इंचार्ज लगा दिए हैं।
एग्जामिनेशन के प्रोफैसर इंचार्ज पहले से ही डा. एन.एस. बत्रा जोकि डीन रिसर्च भी हैं। अब फाइनांस अफसर के लिए कामर्स विभाग के डा. राधा शरण अरोड़ा को प्रोफैसर इंचार्ज का पदभार दे दिया है। ऐसे में एक बार फिर से नॉन-टीचिंग पोस्टों पर टीङ्क्षचग स्टाफ का एकाधिकार हो चुका है। इससे नॉन-टीचिमग मुलाजिमों में काफी नाराजगी है। फाइनांस अफसर को बार-बार जाना होगा चंडीगढ़
अलग-अलग फाइनांस से जुड़े मुद्दों, ग्रांट लेने के लिए या अन्य कई कामों को करने के लिए फाइनांस अफसर को चंडीगढ़ फाइनांस सैक्रेटरी, फाइनांस मिनिस्टर व अन्य अधिकारियों के पास जाना होगा। ऐसे में अगर एक प्रोफैसर इंचार्ज इन कामों में बिजी हो जाता है तो फिर विभाग में क्लासिज कौन लेगा जबकि निर्देशों में साफ लिखा है कि प्रोफैसर इंचार्ज डिपार्टमैंट का काम भी साथ-साथ ही करेंगे। वहीं मुलाजिम यूनियन के नेताओं का कहना है कि पहले भी इसी तरह का कल्चर यूनिवर्सिटी में चल रहा था। अब फिर से वही फैसले लागू हो रहे हैं।