Edited By Updated: 29 Jan, 2017 08:55 AM
पंजाब विधानसभा चुनाव शनि के घर परिवर्तन के बीच हो रहे हैं। ऐसे में पंजाब की राजनीति में ऊथल-पुथल के आसार हैं।
जालंधर : पंजाब विधानसभा चुनाव शनि के घर परिवर्तन के बीच हो रहे हैं। ऐसे में पंजाब की राजनीति में ऊथल-पुथल के आसार हैं। जिस तरह से पंजाब के बड़े सियासी नेताओं पर किसी पर साढ़ेसती और ढैया चल रहा है अगर पंजाब की कुंडली पर नजर दौड़ाएं तो पंजाब पर ढैया शुरू हो गया। पंजाब का गठन 1 नवंबर 1966 को हुआ था और उस दिन चंद्रमा वृष राशि में था। 26 जनवरी 2017 को रात 9ण्34 बजे शनि पंजाब की चंद्र कुंडली में चंद्र से आठवें घर पहुंच गया है। यानि पंजाब पर भी शनि का ढैया शुरू हो गया है।
आज से करीब 30 साल पहले भी पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता केे दौर में 1987 में भी शनि पंजाब की कुंडली में जनवरी 1988 में भी चंद्रा में आठवें घर में था । उस दौर में पंजाब ने राजनीतिक अस्थिरता देखी है और पंजाब में बरनाला सरकार की बर्खास्तगी के बाद करीब पांच साल तक पंजाब को राष्ट्रपति शासन का सामना करना पड़ा था। मौजूदा दौर में गोचर के हिसाब से पंजाब की चंद्र कुंडली में राहू की स्थिति भू बहुत अच्छी नहीं है।
राहू पंजाब की चंद्र कुंडली में चौथे भाव में चल रहा है और चौथा भाव जनता का भाव यानि सुख स्थान कहलाता है। इसका मतलब है कि राहू के सिंह राशि में रहते राज्य अस्थिरता के दौर में जा सकता है। यह स्थिति 9 सितंबर जारी रहने की आशंका है। 9 सितंबर को राहू के राशि परिवर्तन के साथ ही राज्य में राजनीतिक स्थिरता आने के आसार बनने की संभावना है लेकिन शनि का ढैया अगले तीस महीने चलेगा और इस दौरान राज्य के पूरी तरह स्थिर होने की संभावना कम है।