Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Dec, 2017 09:30 AM
पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में सेवामुक्त अध्यापकों को फिर नौकरी पर रखने के लिए एक बड़ा टकराव हो सकता है। 31 दिसम्बर को यूनिवर्सिटी में 12 प्रोफैसर सेवामुक्त हो रहे हैं, जोकि फिर नौकरी के लिए वी.सी. की कचहरी में पहुंच गए हैं। कर्मचारी एसोसिएशनों ने...
पटियाला(जोसन): पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में सेवामुक्त अध्यापकों को फिर नौकरी पर रखने के लिए एक बड़ा टकराव हो सकता है। 31 दिसम्बर को यूनिवर्सिटी में 12 प्रोफैसर सेवामुक्त हो रहे हैं, जोकि फिर नौकरी के लिए वी.सी. की कचहरी में पहुंच गए हैं। कर्मचारी एसोसिएशनों ने फिर यूनिवर्सिटी के वी.सी. को धमकी दी है कि यदि सेवामुक्त अध्यापकों को फिर रखा गया तो यूनिवर्सिटी संघर्ष के मैदान में भी उतर सकती है।
31 दिसम्बर को 12 प्रोफैसरों के सेवामुक्त होने के साथ 2 अहम विभाग बिना प्रमुख के रह जाएंगे जबकि इनमें डीन अकादमिक मामले समेत 4 डीन भी सेवा मुक्त हो रहे हैं। जिक्रयोग्य है कि इससे पहले जून में सेवा मुक्त होने वाले अध्यापकों को पुर्ननियपक्ति नहीं मिली थी। हाल ही में हुई सिंडीकेट की मीटिंग में पुर्ननियुक्त अध्यापकों का मामला आगे वाली मीटिंग तक लटका लिया गया है। जानकारी के अनुसार पत्रकारिता के जन संचार विभाग के प्रमुख डा. हरजिन्दर सिंह वालिया 31 दिसम्बर को सेवा मुक्त हो रहे हैं, उनके बाद यह विभाग प्रमुख के बिना हो जाएगा, परन्तु यहां इंचार्ज डा. हैप्पी जेजी को ही लगाया जा सकता है। इसी तरह सोशोलॉजी विभाग के प्रमुख डा. मनिन्दर सिंह रंधावा भी सेवा मुक्त हो रहे हैं, उनके बाद यह विभाग भी बिना प्रमुख के होगा।
यहां 4 लैक्चरार ही हैं जिस कारण यहां एक प्रभावशाली ग्रुप का लैक्चरार ही इंचार्ज बन सकेगा। इसके अलावा 31 दिसम्बर को डीन अकादमिक मामले डा. इंद्रजीत सिंह के अलावा डा. अरविन्दर सिंह चावला स्कूल मैनेजमैंट स्ट्डीज, डा. वंदना शर्मा, डा. ओ.पी. जसूजा फॉरैंसिक विज्ञान, डा. राकेश कुमार नगैच, डिस्टैंस एजुकेशन के प्रमुख डा. बलबीर सिंह, डा. नवतेज सिंह पंजाब हिस्टोरीकल स्टडीज, डा. सुखविन्दर सिंह, डा. नीलम वर्मा बायो टैकनोलॉजी, डा. राजिन्द्र कौर रोही धर्म अध्ययन विभाग सेवा मुक्त हो रहे हैं। पिछले दिनों इन सेवा मुक्त होने वाले प्रोफैसरों ने एक पत्र वी.सी. को भेजा था जिसमें कई तरह के पक्ष रखकर अपने आप को दोबारा नियुक्त करने की मांग रखी थी। इस बारे कोई फैसला अभी तक नहीं हुआ है।