Edited By Updated: 18 May, 2017 03:29 PM
सरकारी सी.सै. स्कूल नवांशहर के दाखिला फार्म भेजने वाले अध्यापक की गलती का खमियाजा 12वीं कक्षा के वोकेशनल विषय के 32 विद्यार्थियों को
नवांशहर(त्रिपाठी): सरकारी सी.सै. स्कूल नवांशहर के दाखिला फार्म भेजने वाले अध्यापक की गलती का खमियाजा 12वीं कक्षा के वोकेशनल विषय के 32 विद्यार्थियों को भुगतने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से उक्त सभी विद्यार्थियों का नतीजा रोक लेने के चलते जहां उनके भविष्य पर तलवार लटक रही है, वहीं अभिभावक भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं। इस संबंध में अभिभावकों द्वारा पूरा मामला प्रिंसीपल तथा जिला शिक्षा अधिकारी के ध्यान में लाने के बावजूद अभी तक कोई हल नहीं निकला है।
विद्यार्थियों तथा अभिभावकों ने बताया कि स्कूल के वोकेशनल विभाग के 32 विद्यार्थियों ने 12वीं की परीक्षा दी थी, जिसका परिणाम पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से 13 मई को घोषित किया गया था परन्तु 32 विद्यार्थियों का नतीजा घोषित नहीं किया गया। अभिभावकों ने बताया कि स्कूल में नतीजा लेट संबंधी जानकारी हासिल करने पर पता चला कि स्कूल की ओर जो दाखिला फार्म बोर्ड को भेजे गए थे उनमें त्रुटि होने के चलते प्रति विद्यार्थी 6000 रुपए जुर्माना लगाया गया है तथा जुर्माना जमा होने पर ही परिणाम घोषित हो पाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल की गलती का खमियाजा उन्हें तथा उनके बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वे बच्चों का जुर्माना देने में असमर्थ है तथा जिस अध्यापक की गलती के चलते बच्चों का परिणाम लेट हुआ है, जुर्माना उस पर थोपा जाना चाहिए।