Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jan, 2018 03:37 PM
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अबोहर (रहेजा): नाभा जेल ब्रेक कांड सहित अन्य संगीन मामलों में नामजद व मोस्ट वांटेड विक्की गौंडर व उसके साथियों प्रेमा लाहोरिया, सुखप्रीत सिंह बुद्दा को आर्गेनाईज क्राईम कंट्रोल टीम के सदस्यों ने राज्यस्थान पंजाब की सीमा पर स्थित गांव कोठा पक्की के नजदीक बनी ढाणी में हुई मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। दोनों तरफ से सैंकड़ों फायर हुए, जिसमें दो पुलिस कर्मचारी भी घायल हो गए हैं, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सुखप्रीत सिंह बुद्दा का शव अबोहर के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया था जबकि विक्की गौंडर व प्रेमा लाहोरिया का शव घटनास्थल पर ही पड़ा हुआ था। श्रीगंगानगर के एस.पी. हरिन्द्र महावर ने बताया कि तीनों शवों के पोस्टमार्टम श्रीगंगानगर के अस्पताल में करवाए जाएंगे।
प्राप्त जानकारी अनुसार राजपुरा सी.आई.ए. इंचार्ज इंस्पैक्टर विक्रम सिंह बराड़ को पुख्ता जानकारी मिली थी कि थाना हिंदुमलकोट के अंतर्गत गांव पक्की निवासी लखविन्द्र सिंह उर्फ लक्खा पुत्र इकबाल सिंह की ढाणी में पिछले तीन दिनों से विक्की गौंडर अपने साथियों प्रेमा लाहोरिया व सुखप्रीत सिंह बुद्दा के साथ रह रहा है। आर्गेनाईज टीम के सदस्यों द्वारा अच्छी तरह से रेकी करने के बाद शुक्रवार करीब 5 बजे ढाणी को घेर कर उक्त लोगों को समर्पण करने के लिए कहा लेकिन अंदर बैठे विक्की गौंडर व उसके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में विक्की गौंडर व प्रेमा लाहोरिया मौके पर ही मारे गए जबकि सुखप्रीत सिंह बुद्दा को घायल अवस्था में उपचार के लिए अबोहर के सरकारी अस्पताल में लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार दोनों तरफ से करीब सवा सौ राऊंड फायरिंग हुई। पुलिस ने शवों के नजदीक तीन पिस्टल सहित भारी मात्रा में गोलियां व स्वीफट डिजायर कार बरामद की हैं। घटना को अंजाम देने के पश्चात टीम के सदस्यों ने पंजाब पुलिस सहित राजस्थान पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद एस.एस.पी. फाजिल्का केतन बलिराम पाटिल, एस.पी. अबोहर अमरजीत सिंह मटवानी, डी.एस.पी. अबोहर जी.एस. संघा सहित राजस्थान पुलिस के उच्चाधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
एनकाऊंटर की सूचना पाते ही आस-पास के गांव के लोगों का भी घटनास्थल के नजदीक जमावड़ा लग गया जो अभी तक जारी था। पुलिस ने बताया कि कुख्यात गैंगस्टरों को शरण देने के आरोप में लखविन्द्र सिंह लक्खा व उसके परिवारिक सदस्यों के विरूद्ध मामला दर्ज कर उनको गिरफ्तार कर लिया गया है तथा उनसे विस्तार से पूछताछ की जा रही है।
प्रैस को दी जानकारी में महावर ने एनकाऊंटर का सारा श्रेय आर्गेनाईज क्राईम कंट्रोल यूनिट पंजाब पुलिस के सदस्यों को दिया तथा कहा कि बाकी सारी कार्रवाई कानून मुताबिक राजस्थान पुलिस की ओर से की जाएगी।
प्रैस से बचते रहे पंजाब पुलिस के अधिकारी
राजस्थान से भारी मात्रा में नशे की तस्करी कर पंजाब में बेचने वाले लोगों पर शिकंजा कसने के उद्देश्य से जिला फाजिल्का की पुलिस हमेशा ही राजस्थान के बॉर्डर पर नाका लगाकर तस्करों को काबू करने का दावा करती है लेकिन घटनास्थल से मात्र सौ मीटर दूरी पर स्थित पंजाब व राजस्थान सीमा पर एनकाऊंटर के समय पंजाब पुलिस का कोई कर्मचारी तैनात नहीं था, जिससे जिला फाजिल्का पुलिस के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है।
वहीं आर्गेनाईज टीम के सदस्यों ने 26 जनवरी को करीब 5 बजे ही ढाणी को घेर लिया था तथा साढे पांच बजे आप्रेशन को अंजाम दे दिया लेकिन राजस्थान व पंजाब पुलिस के सदस्यों को 7 बजे तक कोई भी जानकारी नहीं थी। अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए पंजाब पुलिस प्रैस को कोई भी जानकारी देने से बचती रही तथा एनकाऊंटर के करीब 18 घंटे बाद भी जांच करने का बहाना लगाकर पत्रकारों को घटनास्थल पर नहीं जाने दिया। घटनास्थल राजस्थान की सीमा में होने के बावजूद पंजाब पुलिस के कर्मचारी ही लोगों को घटनास्थल के नजदीक जाने से रोक रहे थे जबकि राजस्थान पुलिस के कर्मचारी मौके से नदारद थे।