Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Sep, 2017 12:03 PM
डेरा प्रकरण दौरान पंजाब में पैदा हुए हालातों का असर सरकार के अनेक सरकारी विभागों पर पड़ा है।
मोगा (ग्रोवर): डेरा प्रकरण दौरान पंजाब में पैदा हुए हालातों का असर सरकार के अनेक सरकारी विभागों पर पड़ा है।
इस दौरान पंजाब के 11 जिलों में कर्फ्यू लगने के कारण जहां पंजाब का कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ, वहीं पंजाब रोडवेज को भी इस दौरान बड़ा नुक्सान झेलना पड़ा। 25 से 29 अगस्त तक लगे कफ्र्यू तथा संवेदनशील हालातों के दौरान पंजाब रोडवेज मोगा डिपो की 110 बसें 5 दिन बंद रहीं, जिसके कारण मोगा डिपो को 44 लाख रुपए का नुक्सान हुआ। इसकी पुष्टि करते हुए जी.एम. विनोद अरोड़ा ने बताया कि सरकारी हिदायतों के मुताबिक हुए नुक्सान की रिपोर्ट चंडीगढ़ स्थित उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।
जगराओं डिपो को लगा 16.34 लाख का चूना
पंजाब रोडवेज जगराओं डिपो की 78 बसें 2 दिन लगातार बंद रहीं, जबकि तीसरे दिन कुछ रूट प्रभावित हुए। जी.एम. जगराओं आर.एस. ग्रेवाल ने बताया कि जगराओं डिपो को कुल 16 लाख 34 हजार रुपए का नुक्सान कर्फ्यूतथा बंद दौरान हुआ है, जिसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।