Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Aug, 2017 01:22 PM
सिविल में ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों व अधिकारियों पर सी.पी. आर.एन. ढोके की पैनी नजर है। अब ऑन ड्यूटी बिना वर्दी के देखे गए पुलिस
लुधियाना (ऋषि): सिविल में ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों व अधिकारियों पर सी.पी. आर.एन. ढोके की पैनी नजर है। अब ऑन ड्यूटी बिना वर्दी के देखे गए पुलिस मुलाजिम से लेकर अधिकारी पर विभाग की तरफ से सख्त एक्शन लिया जाएगा। सी.पी. की तरफ से जारी किए गए आदेशों में स्पष्ट कहा गया कि शहर के लॉ एंड आर्डर को मेनटेन करने के लिए कदम उठाया गया है और सभी मुलाजिमों से लेकर अधिकारियों को वर्दी में ड्यूटी पर आने को कहा गया है।
सी.आई.ए. स्टाफ भी पहनेगा वर्दी
नए आदेशों के बाद अब थानों, चौकियों, सी.पी. आफिस स्टाफ और पुलिस अधिकारियों के रीडर तो वर्दी में नजर आएंगे ही, इसके साथसी.आई.ए. स्टाफ के मुलाजिम भी वर्दी में नजर आएंगे। वर्दी में मौजूद स्टाफ का नाम, रैंक आमजन को आसानी से पता चल सकेगा।
एमरजैंसी में काम आएगी फोर्स
कई बार एमरजैंसी के समय पुलिस नफरी की कमी का सामना करना पड़ता है। अब अगर दफ्तरों में मौजूद स्टाफ भी यूनिफार्म में होगा तो उस फोर्स की एमरजैंसी के समय मदद लेने में आसानी होगी।
फाइल रिसीव करते समय बैल्ट नंबर न लिखने पर होगी कार्रवाई
इंवैस्टीगेशन फाइलों या अन्य सरकारी फाइलों के डाक में एक से दूसरे आफिस में जाने के बाद कई फाइलों को ढूंढने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी। कई बार फाइल से अहम दस्तावेज गुम हो जाते थे। ऐसी बातों को गंभीरता से लेते हुए अब हर फाइल को रिसीव करते समय रीडर या अन्य पुलिस मुलाजिम के पूरे हस्ताक्षर व बैल्ट नंबर साथ में लिखने के आदेश जारी किए गए हैं। सी.पी. के अनुसार जब एक फाइल को अगली कार्रवाई के लिए दूसरे ऑफिसर के दफ्तर में भेजा जाता है तो वहां मौजूद स्टाफ फारमैलिटी के लिए हस्ताक्षर कर देते थे। कुछ समय गुजर जाने पर उनकी पहचान करना भी मुश्किल हो जाता था कि फाइलें किसने रिसीव की थी।