Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Mar, 2018 05:01 PM
राज्य में अपराधियों और संगठित अपराधों पर फंसे होने के कारण, पंजाब सरकार पंजाब नियंत्रण संगठित अपराध अधिनियम (पिकोका) को लागू करने पर समीक्षा करने की योजना बना रही है।
पटियाला: पंजाब में राज्य में पुलिस द्वारा पिछले समय में संगठित अपराधों व गैंगस्टर के खिलाफ शुरू किए गए व्यापक अभियान के बाद पंजाब सरकार द्वारा गठित सब कमेटी ने पकोका को लागू करने के संबंध में पुन: समीक्षा शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म महिन्द्रा के नेतृत्व में कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया था, जिसे यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि पकोका को किस रूप में पंजाब में लागू किया जाए ताकि अपराधों पर पूरी तरह से नुकेल कसी जा सके। स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने कहा कि पकोका कानून पर समीक्षा की जा रही है। मोहिन्द्रा एक ऐसी कमेटी का नेतृत्व कर रहे हैं जो पूरे राज्य में अपराध की बढ़ती घटनाओं से निपटने के उद्देश्य से कानून के अंतिम मसौदे की देख रेख कर रही है। बता दें कि गत वर्ष मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पिकोका को लागू करने के लिए एक प्रस्ताव का समर्थन किया था। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में क्राईम ग्राफ बढ़ने कारण सरकार अब इस तरह के कड़े कानून पेश करने की जरूरत की समीक्षा पर विचार कर रही है।
मोहिन्द्रा ने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में आई, तो राज्य कानून और व्यवस्था की स्थिति में पीछे थे जिसपर विशेष ध्यान दिया गया लेकिन अब यह सब बदल गया है। उन्होंने कहा कि जब अमरेंद्र ने पकोका जैसे कड़े कानून बनाने का फैसला किया, तो स्थिति काफी अलग थी। हालांकि उन्होंने कहा कि हमारी पुलिस ने कार्रवाई की और लक्षित हत्याओं को हल करने में भी कामयाब रही, जिससे राज्य में आतंक के शासन का अंत हो गया।
उन्होंने कहा पकोका को लागू करने की आवश्यकता की समीक्षा की जा रही है। इस मामले पर पहले से ही विभिन्न स्तरों पर चर्चा हो चुकी है और इसे पूरे कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा, कि राज्य में पिकोका जैसे कठोर कानून की जरूरत है या नहीं। अगर कैबिनेट का मानना है कि राज्य में ऐसा कानून होना चाहिए, तो हम इसके साथ आगे बढ़ेंगे।