Edited By Updated: 31 Dec, 2016 11:13 AM
पंजाब नम्बरदार यूनियन द्वारा नम्बरदारों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री पंजाब प्रकाश सिंह बादल से चंडीगढ़ में उनकी रिहायश पर मुलाकात की गई।
जालंधर (महेश): पंजाब नम्बरदार यूनियन द्वारा नम्बरदारों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री पंजाब प्रकाश सिंह बादल से चंडीगढ़ में उनकी रिहायश पर मुलाकात की गई। इस मौके पर पंजाब नम्बरदार यूनियन के प्रधान गुरपाल सिंह समरा (सरहाली) के नेतृत्व में हुई इस मुलाकात के दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह ननहेड़ा, महासचिव लाभ सिंह कुड़ैल, उपाध्यक्ष जसविन्द्र सिंह, कुलदीप सिंह बैलेवाल, बलवंत सिंह जंडी प्रधान नवांशहर, गुरनाम सिंह प्रधान रोपड़ भी मौजूद थे। पंजाब प्रधान द्वारा मुख्यमंत्री से नम्बरदारों की मांगों संबंधी विस्तार से बातचीत की गई लेकिन मुख्यमंत्री ने मौके पर कोई भी मांग न मानते हुए नम्बरदार यूनियन से कहा कि आ रहे विधानसभा चुनावों के बाद अकाली-भाजपा गठबंधन की सरकार के सत्ता में आते ही उनकी सभी मांगों को पूरा कर दिया जाएगा।
गुरपाल सिंह समरा ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ हुई इस बैठक का कोई परिणाम नहीं निकला जबकि उन्हें उम्मीद थी कि सरकार द्वारा उनकी सभी मांगों को मौके पर ही मान लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी साल 9 मार्च को पंजाब के राजस्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ यूनियन की हुई बैठक में उन्होंने नम्बरदारों की सभी मांगों को मानते हुए उसे जल्द ही लागू करवाने का वायदा किया था जो कि आज तक पूरा नहीं हुआ है। इसी रोष में संगरूर में पिछले दिनों पंजाब भर के हजारों नम्बरदारों की विशाल शक्ति प्रदर्शन रैली भी की थी। इस रैली से भी मांगें पूरी होने को लेकर आस प्रकट हुई थी लेकिन मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई। उन्हें लॉलीपाप देकर वापस भेज दिया गया।
पंजाब प्रधान ने बताया कि पंजाब में 40 हजार से अधिक नम्बरदार हैं, जिसके चलते उनका लाखों में वोट बैंक है। उन्होंने कहा कि नम्बरदारों की जायज मांगों को न माने जाने के कारण चुनावों में अकाली-भाजपा गठबंधन को इसका खमियाजा भी भुगतना पड़ सकता है।