Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Oct, 2017 09:03 AM
हर महीने बड़े-बड़े ‘आतंकवादी’ दबोच बहादुरी का ऐलान करने वाली पंजाब पुलिस की मुस्तैदी और बहादुरी की पोल दुष्कर्म मामले में आरोपी सुच्चा सिंह लंगाह ने खोल दी।
चंडीगढ़ (रमनजीत): हर महीने बड़े-बड़े ‘आतंकवादी’ दबोच बहादुरी का ऐलान करने वाली पंजाब पुलिस की मुस्तैदी और बहादुरी की पोल दुष्कर्म मामले में आरोपी सुच्चा सिंह लंगाह ने खोल दी। गुरदासपुर में दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद पंजाब पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा दुष्कर्म आरोपी सुच्चा सिंह लंगाह सोमवार को एक घंटे से भी अधिक समय तक चंडीगढ़ की जिला अदालत में मौजूद रहा और मीडिया से भी रूबरू हुआ लेकिन उसकी गिरफ्तारी के लिए ‘जी तोड़’ प्रयास करते हुए छापेमारी के दावे करने वाली पंजाब पुलिस अपने मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर इस अदालती कॉम्पलैक्स की तरफ झांक भी नहीं पाई।
दुष्कर्म मामले में आरोपी पूर्व अकाली मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह द्वारा यह मामला सामने आने के बाद खुद ही अदालत में समर्पण करने की घोषणा की गई थी लेकिन अपने सलाहकारों की बात मानते हुए शनिवार-रविवार की छुट्टियों की वजह से वह उसे टाल गए थे लेकिन 2 अक्तूबर को सुच्चा सिंह लंगाह ने चंडीगढ़ की जिला अदालत में समर्पण करने की कोशिश की। जानकार बताते हैं कि ऐसा इसलिए किया गया था कि लंगाह व उनके साथियों को आशंका थी कि पंजाब की अदालत में आत्म-समर्पण करने जाते वक्त पंजाब पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। लंगाह को उम्मीद थी कि चंडीगढ़ की अदालत में आत्म-समर्पण करने के बाद
उन्हें कानूनी तौर पर पंजाब पुलिस के सुपुर्द किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है।
खास बात यह रही कि लंगाह के चंडीगढ़ अदालत में पहुंचने की सूचना पंजाब पुलिस के पास होने के बावजूद पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई बल्कि एक-डेढ़ घंटा अदालत में रहे सुच्चा सिंह लंगाह को अदालत से कोई राहत नहीं मिलने के बाद भी पंजाब पुलिस ने गिरफ्तारी संबंधी कोई कार्रवाई नहीं की। सूत्रों की मानें तो पंजाब पुलिस फिलहाल सुच्चा सिंह लंगाह को ‘दौड़ाने’ में दिलचस्पी ले रही है क्योंकि इससे कई ‘राजनीतिक हित’ सध रहे हैं।
सुच्चा सिंह लंगाह को गिरफ्तार न किए जाने संबंधी बात करने के लिए कोई भी अधिकारी राजी नहीं हुआ, बल्कि पंजाब पुलिस के एक उच्च पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सुच्चा सिंह को गिरफ्तार करना होता तो उसे चंडीगढ़ पहुंचने नहीं दिया जाता। पंजाब पुलिस को गत शुक्रवार से ही सुच्चा सिंह की मूवमैंट संबंधी सूचनाएं मिल रही थीं लेकिन अभी लंगाह को गिरफ्तार करने की ‘जरूरत’ नहीं है।