Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 May, 2017 12:08 PM
पंजाब में नगर निगमों के आम चुनावों को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। ये चुनाव जून-जुलाई की जगह अगस्त में होंगे
लुधियाना(हितेश): पंजाब में नगर निगमों के आम चुनावों को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। ये चुनाव जून-जुलाई की जगह अगस्त में होंगे जिसकी पुष्टि खुद कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने की है।
जब पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनी तो यह चर्चा शुरू हो गई कि अकाली-भाजपा सरकार द्वारा दूसरी बार सत्ता में आने पर अपने हक में बने माहौल को भुनाने के लिए अपनाए जल्दी निगम चुनाव करवाने के फार्मूले को फिर से लागू किया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसे लेकर सुनील जाखड़ के पंजाब प्रधान का चार्ज संभालने के दौरान कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा जून में चुनाव करवाने की बात कहने पर सुगबुगाहट और तेज हो गई। हालांकि बाद में जाखड़ व सिद्धू ने आगामी चुनावों को लेकर उन विधायकों व हलका इंचार्जों के साथ बैठक की जहां चुनाव होने हैं। उस मीटिंग में तय डैडलाइन की जानकारी सिद्धू ने लुधियाना में कांग्रेस पार्षदों के साथ हुई मीटिंग में दी।
इस पर पार्षदों ने कहा कि अगर चुनाव करवाने हैं तो उनके वार्डों में पहले विकास करवा दिए जाएं क्योंकि कई विकास कार्यों के टैंडर लगने रहते हैं और जिन विकास कार्यों के लिए पहले वर्क आर्डर जारी हो चुके हैं, उनमें से कई शुरू ही नहीं हो पाए व काफी अधर में लटके हुए हैं। इसकी वजह अकाली-भाजपा सरकार द्वारा हलका वाइज विकास कार्यों के लिए भेजा पैसा खर्च करने पर लगी रोक है। इसके विरोध में ठेकेदारों ने हड़ताल की हुई है और निगम के पास अपने स्तर पर मैंटीनैंस करवाने के लिए सीमैंट की बोरी तक नहीं है। सिद्धू ने अफसरों को आदेश दिए हैं कि नए विकास कार्यों के लिए एस्टीमेट बनाए जाएं और पुराने विकास कार्य जल्द पूरे करवाए जाएं। जहां तक हलका वाइज विकास कार्यों के पैसे वापस भेजने का सवाल है, उसके लिए सिद्धू ने विकास कार्यों की सूची तय करने, अलाटमैंट व क्वालिटी कंट्रोल बारे जांच का काम बजट सैशन तक पूरा करने का दावा किया।