Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Feb, 2018 08:44 AM
मालवा में कैंसर का मुख्य स्त्रोत बनी 20 पैस्टीसाइड्ज (कीटनाशक व नदीननाशक) दवाइयों पर भारत सरकार ने मुकम्मल पाबंदी लगाने के आदेश जारी किए हैं। बाबा फरीद सैंटर फॉर स्पैशल चिल्ड्रन ने वर्ष 2009 में जर्मन लैब की मदद से खुलासा किया था कि पंजाब की मिट्टी,...
फरीदकोट(हाली): मालवा में कैंसर का मुख्य स्त्रोत बनी 20 पैस्टीसाइड्ज (कीटनाशक व नदीननाशक) दवाइयों पर भारत सरकार ने मुकम्मल पाबंदी लगाने के आदेश जारी किए हैं। बाबा फरीद सैंटर फॉर स्पैशल चिल्ड्रन ने वर्ष 2009 में जर्मन लैब की मदद से खुलासा किया था कि पंजाब की मिट्टी, पानी व हवा में यूरेनियम व स्वास्थ्य के लिए घातक तत्व मौजूद हैं, जिसका मुख्य स्त्रोत पैस्टीसाइड्ज व फर्टीलाइजर (रासायनिक खादें) हैं। पैस्टीसाइड्ज व रासायनिक खादें मालवा में 30 वर्ष तक बहुत बड़ी मात्रा में इस्तेमाल की गई थीं। जिस कारण मालवा के 10 जिलों में कैंसर, गुर्दों का फेल होना आदि बीमारियां घर कर गईं। फाजिल्का, बठिंडा व मानसा क्षेत्र में इन रासायनिक खादों व कीटनाशकों ने मानवीय स्वास्थ्य का सबसे अधिक नुक्सान किया है। बाबा फरीद सैंटर के खुलासे के बाद पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड व भारत परमाणु खोज केन्द्र ने समूचे मालवा में मिट्टïी व पानी के सैंपल लेकर बाबा फरीद सैंटर के खुलासे की पुष्टिï की थी। उसके बाद पार्लियामैंट ने इस संबंधी एक संसदीय कमेटी भी गठित की थी व संसदीय कमेटी ने भी मालवा में अंधाधुंध प्रयोग की गईं रासायनिक खादों व कीटनाशकों के मानवीय स्वास्थ्य पर दुष्प्रभावों बारे अपनी पुष्टिï रिपोर्ट पार्लियामैंट में पेश की थी।
10 जिलों में कीटनाशकों की अंधाधुंध सप्लाई : भारत सरकार के कृषि विभाग के विशेष सचिव ने पत्र जारी कर डायरैक्टर कृषि व किसान भलाई विभाग पंजाब को आदेश दिए हैं कि 1 फरवरी 2018 के बाद मोनेक्रोटोफास, इंडोसल्फान, फोरएट, ट्राइजोफास सहित 20 कीटनाशक दवाइयों के लाइसैंस न दिए जाएं। मालवा देश भर में कपास पट्टïी के तौर पर जाना जाता था व कपास की पैदावार के लिए पैस्टीसाइड्ज कंपनियों ने 30 वर्ष तक मालवा के 10 जिलों में अंधाधुंध कीटनाशकों की सप्लाई की, जिस कारण कैंसर, मानसिक दिव्यांगता, गुर्दे व चमड़ी के रोगों के हजारों मरीज पैदा हो गए जिनके इलाज की जिम्मेदारी किसी भी सरकार ने नहीं उठाई। कीटनाशकों पर पाबंदी लगने के बाद इन दवाइयों के डीलरों में बाकी पड़े स्टॉक को ठिकाने लगाने की कशमकश है।
सुरक्षित तरीके से खत्म किया जाए स्टाक :बाबा फरीद सैंटर के मुख्य सलाहकार डा.अमर सिंह आजाद (एम.डी.) ने कहा कि डीलर द्वारा फालतू पड़े स्टॉक को नहरों या दरियाओं में फैंकने की आशंका है, इसलिए राज्य सरकार को पाबंदीशुदा कीटनाशकों को सुरक्षित तरीके से खत्म करने के लिए डीलरों का साथ देना चाहिए ताकि मानवीय स्वास्थ्य के और विनाश को रोका जा सके। डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर ने कहा कि भारत सरकार के हुक्मों को पंजाब सरकार द्वारा सख्ती के साथ लागू किया जाएगा।