Edited By Updated: 15 Apr, 2017 11:34 AM
पंजाब में कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभालते ही पूर्ववर्ती अकाली-भाजपा सरकार द्वारा शुरू करवाए गए विकास कार्यों में से ज्यादातर काम रुकवा दिए थे और तब कहा गया था कि नए जीते विधायक इन कामों की प्राथमिकता तय करके इन्हें दोबारा शुरू करवाएंगे।
जालंधर (खुराना): पंजाब में कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभालते ही पूर्ववर्ती अकाली-भाजपा सरकार द्वारा शुरू करवाए गए विकास कार्यों में से ज्यादातर काम रुकवा दिए थे और तब कहा गया था कि नए जीते विधायक इन कामों की प्राथमिकता तय करके इन्हें दोबारा शुरू करवाएंगे। इस पॉलिसी के कारण जालंधर नगर निगम से संबंधित कई विकास कार्य अटक गए थे जिन्हें अब पंजाब सरकार द्वारा रिव्यू किए जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। चीफ सैक्रेटरी तथा लोकल बाडीज के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सोमवार को ऐसी ही एक रीव्यू बैठक चंडीगढ़ में बुलाई गई है जिस दौरान वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से जालंधर नगर निगम के रुके हुए विकास कार्यों को रिव्यू किया जाएगा।
गौरतलब है कि पिछले साल दिसम्बर महीने में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने छावनी क्षेत्र से अकाली-भाजपा उम्मीदवार सर्बजीत सिंह मक्कड़ को साथ लेकर संगत दर्शन किया था और करीब 7-8 करोड़ रुपए की ग्रांटें बांटी थीं। उन सभी ग्रांटों का काम कोड ऑफ कंडक्ट लग जाने के कारण नहीं हो पाया था परंतु कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभालते ही उक्त संगत दर्शन के सभी कामों को रोक दिया था। इसके साथ ही पी.आई.डी.बी. के माध्यम से जो ग्रांट अकाली-भाजपा सरकार ने जारी की थी उसके तहत जो काम शुरू नहीं हुए थे उन्हें भी रोक दिया गया था। अब आशा जताई जा रही है कि रिव्यू बैठक के बाद रुके हुए विकास कार्यों को शायद शुरू करवा दिया जाए।