Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Dec, 2017 07:29 PM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान गोबिन्द सिंह लोंगोवाल ने पंजाब सरकार की ओर से जारी वार्षिक सरकारी छुट्टियों की सूची में से खालसा स्थापना दिवस (बैसाखी) की छुट्टी खत्म कर इसे आरक्षित छुट्टियों में शामिल करने की निंदा करते हुए मांग की है कि...
अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान गोबिन्द सिंह लोंगोवाल ने पंजाब सरकार की ओर से जारी वार्षिक सरकारी छुट्टियों की सूची में से खालसा स्थापना दिवस (बैसाखी) की छुट्टी खत्म कर इसे आरक्षित छुट्टियों में शामिल करने की निंदा करते हुए मांग की है कि सूची में तुरंत संशोधन किया जाए।
जत्थेदार लोंगोवाल ने कहा कि श्री गुरु गोबिन्द सिंह ने 1699 ई.वी. में बैसाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी और खालसा पंथ इस दिवस को अपने जन्म दिन के तौर पर मनाता है। उन्होंने कहा कि सिखों के बहुसंख्यक सूबे में इस दिन सरकारी छुट्टी बंद कर देना किसी तरह भी जायज नहीं है। उन्होंने विशेष तौर पर कनाडा सरकार का हवाला देते हुए कहा कि वहां की संसद में खालसा स्थापना दिवस (बैसाखी) को मनाने की पहल की गई है।
शिरोमणि समिति प्रधान ने कहा कि राज्य सरकार जारी छुट्टियों की सूची में तुरंत संशोधन करे और खालसा स्थापना दिवस (बैसाखी) की छुट्टी बहाल करे। उन्होंने शहादत दिवस को आरक्षित छुट्टी और श्री गुरु ग्रंथ साहब जी के पहले प्रकाश पर्व और श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व की आरक्षित छुट्टी की जगह राजपत्रित अवकाश करने की मांग भी की है।