Edited By Updated: 24 Mar, 2017 02:11 AM
अमरेन्द्र सरकार द्वारा राज्य में वी.आई.पीज की सुरक्षा पर किए जा रहे रिव्यू के तहत अब.....
जालंधर(धवन): अमरेन्द्र सरकार द्वारा राज्य में वी.आई.पीज की सुरक्षा पर किए जा रहे रिव्यू के तहत अब पूर्व अकाली मुख्य संसदीय सचिवों की सुरक्षा को भी घटा दिया गया है। सत्ता से बाहर होने के बाद इन पूर्व मुख्य संसदीय सचिवों की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है, इसलिए उनकी सुरक्षा में कटौती की गई है। ‘जैसे को तैसा’ वाली कहावत पर अमल करते हुए कैप्टन सरकार ने सुरक्षा कटौती का नियम अकाली नेताओं पर लागू किया है, क्योंकि अकाली सरकार बनते ही कांग्रेसियों की सुरक्षा को या तो छीन लिया गया था या काफी कम कर दिया गया था।
बताया जाता है कि अब राज्य के पूर्व 17 मुख्य संसदीय सचिवों की सुरक्षा को कम करने के निर्देश जारी हो चुके हैं। प्रत्येक पूर्व मुख्य संसदीय सचिव को अब 2-2 सुरक्षा कर्मचारी ही दिए जाएंगे। अभी तक इन पूर्व मुख्य संसदीय सचिवों के पास 7 से 8 तक सुरक्षा कर्मचारी थे। जिन पूर्व मुख्य संसदीय सचिवों की सुरक्षा में कटौती के निर्देेश दिए गए हैं, उनमें स्वरूप चंद सिंगला, सीमा कुमारी, सुखजीत कौर साही, विरसा सिंह वल्टोहा, प्रकाश चंद, मनतार सिंह बराड़, मोहिन्द्र कौर जोश, गुरतेज सिंह, गुरबचन सिंह, दर्शन सिंह, बलबीर सिंह, अमरपाल सिंह अजनाला व अन्य शामिल हैं।
इससे पहले राज्य के सुरक्षा विंग ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के सभी सलाहकारों की सुरक्षा को पूरी तरह से वापस ले लिया था। राज्य स्तर पर डी.जी.पी. द्वारा बनाई गई सुरक्षा रिव्यू कमेटी 24 मार्च तक अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे देगी। उसके बाद कुछ और अकाली नेताओं की सुरक्षा को या तो कम कर दिया जाएगा या वापस ले लिया जाएगा।
बताया जाता है कि पूर्व मंत्रियों, सांसदों व पूर्व मुख्य संसदीय सचिवों के साथ-साथ पूर्व अकाली विधायकों की सुरक्षा पर भी भारी कट लगा दिया गया है। यह भी पता चला है कि अब जिन-जिन लोगों को सुरक्षा दी जाएगी, उस संबंध में दिशा-निर्देश आला पुलिस अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह से ही लिए जाएंगे। सुरक्षा देने का फैसला अब कैप्टन द्वारा लिया जाएगा, क्योंकि विपक्ष में रहते समय कैप्टन के निकटवर्तियों पर सुरक्षा को लेकर भारी कुल्हाड़ा पूर्व सरकार द्वारा चलाया गया था। कैप्टन सरकार उन लोगों की सुरक्षा को पूरी तरह से बनाए रखेगी, जिन्हें वास्तव में खतरा है या जो आतंकवाद के निशाने पर हैं।