Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Sep, 2017 09:28 AM
कितना बुरा है कि राजसी लोग स्कूलों से अधिक ठेकों को पहल दे रहे हैं। कभी नहीं सुना कि किसी राजसी नेता पर स्कूल खोलने या स्कूल की
भटिंडा (बलविंद्र): कितना बुरा है कि राजसी लोग स्कूलों से अधिक ठेकों को पहल दे रहे हैं। कभी नहीं सुना कि किसी राजसी नेता पर स्कूल खोलने या स्कूल की मान्यता देने का दोष लगा हो, जबकि शराब ठेके देने के सभी दोष ही राजसी नेताओं पर लगते हैं। हरियाणा के स्कूल में एक बच्चे का कत्ल हुआ तो हरियाणा सरकार ने शराब ठेके स्कूलों से 500 मीटर दूर करने के आदेश जारी कर दिए, जबकि पंजाब में यह दूरी सिर्फ 50 मीटर है। क्या यह माना जाए कि पंजाब सरकार को सख्ती करने के लिए किसी अप्रिय घटना का इंतजार है। जैसे कि अन्य जिलों में आयकर विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं, वैसे ही जिला बङ्क्षठडा भी पीछे नहीं है।
शिक्षा व धार्मिक संस्थाओं के नजदीक शराब ठेके
जिला भटिंडा में अनेकों शराब ठेके हैं, जो कि शिक्षा संस्थाओं या धार्मिक स्थानों के नजदीक हैं परन्तु कर व आबकारी विभाग के अधिकारियों का मापक यंत्र उनके हक में ही मापता है। जैसे कि बीबी वाला रोड पर स्थित एक ठेका गुरुद्वारा साहिब के नजदीक है। इसी तरह प्रताप नगर, एम.एस.डी. स्कूल के सामने व डी.ए.वी. स्कूल के नजदीक भी शराब का ठेका है। कई गांवों के अंदर भी ठेके उक्त संबंधित इमारतों के नजदीक हैं परन्तु अधिकारियों का हमेशा बयान होता है कि नियमों तहत इनकी दूरी 50 या 100 मीटर से अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा गांव संगत खुर्द में सरकारी स्कूल के बिल्कुल सामने शराब ठेका है, जबकि संगत मंडी में एक गुरुद्वारा साहिब के पास भी शराब ठेका है। इसलिए शिरोमणि कमेटी द्वारा संघर्ष भी किया गया परन्तु राजसी आकाओं की छत्र-छाया नजदीक शराब ठेकेदारों की ही जीत हुई।
अधिकारी छोटे मंदिर को मंदिर मानने के लिए तैयार नहीं
गुरुद्वारा हाजीरतन रोड पर स्थित एक मंदिर के सामने खुले शराब ठेके बारे आर.एस. रोमाणा ई.टी.ओ. बङ्क्षठडा का कहना है कि कोई भी कहीं भी लाल कपड़ा बांध कर माथा टेक ने लग जाता है या फिर कोई भी छोटा-सा मंदिर बना देता है तो उसे मंदिर की मान्यता नहीं दी जा सकती। अगर कोई ऐतिहासिक मंदिर हो उसके बारे में जरूर विचार किया जा सकता है। वैसे भी उक्त मंदिर ठेका खुलने के बाद में बनाया गया है।
जिला भटिंडा में शराब ठेकों की संख्या
आबकारी व कर विभाग अनुसार जिला बङ्क्षठडा में शराब ठेकों के कुल लाइसैंस 525 हैं जबकि शराब ठेके 356 हैं। क्योंकि देसी व अंग्रेजी शराब के लाइसैंस अलग-अलग बनते हैं जिसके चलते एक दुकान पर मिलने वाली देसी व अंग्रेजी शराब के लिए 2 लाइसैंसों की जरूरत होती है।
24 घंटे खुले रहते हैं शराब ठेके
जिले में दर्जनों ठेके ऐसे हैं, जो 24 घंटे खुले रहते हैं जैसे कि शहरों में जनतक स्थानों खासकर रेलवे स्टेशनों नजदीक अक्सर ही रात को 11 बजे के बाद भी आसानी से शराब मिल जाती है। रेलवे स्टेशन बङ्क्षठडा नजदीक भी कुछ ठेके 24 घंटे खुले रहते हैं।