Edited By Updated: 15 Jan, 2017 01:20 PM
पंजाब में जब से चुनाव की घोषणा हुई है तब से दुकानों, चौपालों व सैरगाह आदि पर वोटों की बात होने लग पड़ी है। कौन-कौन से उम्मीदवार खड़े हैं, कौन कितने पानी में है, सरकार किस पार्टी की बनेगी तथा कौन-सी सरकार लोगों की उम्मीदों को पूरा करेगी, आदि के बारे...
बधनी कलां (मनोज): पंजाब में जब से चुनाव की घोषणा हुई है तब से दुकानों, चौपालों व सैरगाह आदि पर वोटों की बात होने लग पड़ी है। कौन-कौन से उम्मीदवार खड़े हैं, कौन कितने पानी में है, सरकार किस पार्टी की बनेगी तथा कौन-सी सरकार लोगों की उम्मीदों को पूरा करेगी, आदि के बारे में खुल कर चर्चाएं हो रही हैं। चौपाल में बैठे व्यक्तियों द्वारा कई बार सरकार बनने के बारे में की चर्चा सच साबित हो जाती है। अगले महीने 4 फरवरी को होने वाले राज्य के विधानसभा चुनाव के लिए हर तरफ राजनीतिक बुखार पूरी तरह चढ़ गया है।
जहां भी 4 पंजाबी एकत्र होते हैं वहां चुनाव संबंधी बातें होना स्वाभाविक हैं। मोगा जिले के अहम कस्बा बधनी कलां क्षेत्र के गांवों की चौपाल में अब राजनीतिक चर्चाएं पूरा दिन चलती रहती हैं। ‘पंजाब केसरी’ प्रतिनिधि द्वारा जब इलाके के गांव रनियां, राऊंके कलां, लोपों, मीनियां, कुस्सा, बोडे आदि गांवों की चौपालों का दौरा किया गया तो यह तथ्य उभर कर सामने आया कि लोग ताश की बाजियों के साथ सरकार के बारे में चर्चा जरूर कर रहे होते हैं। चौपाल के लोगों का कहना है कि कोई समय था जब पूरे भारत ही नहीं, बल्कि विश्व भर में रंगले पंजाब की बातें होती थीं, लेकिन अब पंजाबी को बर्बाद कर रहे नशे, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार ने पंजाब को अंदर से खोखला करके रख दिया है ।
क्या कहना है बुजुर्गों का
सरकार चाहे कोई भी बने गांवों का विकास बराबर करे। आने वाली सरकार लोग के हितों के लिए काम करे न की राजनीतिक ताकत से लोगों की आवाज दबाए। हर वर्ग का विकास बराबर होना चाहिए।
गुरमेल सिंह
पंजाब में नशों का मुद्दा गंभीर चुनौती बन गया है। नशों ने अनेक घरों के चिराग बुझा दिए हैं। सिंथैटिक ड्रग को पंजाब में खत्म करने के लिए नई सरकार ठोस प्रयास करे।
करतार सिंह
जो भी पार्टी पंजाब में सरकार बनाए वह शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने को यकीनी बनाए। सरकारी स्कूलों विशेषकर देहाती क्षेत्रों में अध्यापकों की कमी को पूरा करने को यकीनी बनाए तथा स्कूलों की हालत सुधारने का भी वायदा करे।
कामरेड लाल सिंह
पंजाब में इस समय बेरोजगारी बहुत सारी समस्याओं की जड़ बन गई है। बेरोजगारी की टीस के मारे नौजवान भयानक कुरीतियों का शिकार हो रहे हैं, लेकिन अब तक की सरकारों ने बेरोजगारी की समस्या के हल के लिए ठोस रणनीति नहीं बनाई, इसलिए नई सरकार से रा४य के पंजाबी उम्मीद करते हैं कि वह बेरोजगारी खत्म करने के लिए ठोस रणनीति बनाए।
नंबरदार कपिल मित्तल
चाहे सरकार ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कई कानून बनाए हैं, लेकिन इन्हें हर किसी पर सख्ती से लागू नहीं किया जाता जिसके कारण भ्रष्टाचार दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। सरकार को चाहिए कि वह भ्रष्टाचार के विरुद्ध बनाए कानूनों को सख्ती से बिना पक्षपात लागू करे, ताकि सही अर्थों में पंजाब तरक्की की बुलंदियों को छू सके।
मंजीत सिंह ग्रेवाल रनियां