Edited By Updated: 19 Jan, 2017 10:33 AM
शीत लहर के साथ-साथ शहर के बागियों ने भी विरोध का जोर पकड़ा है।
जालंधरः शीत लहर के साथ-साथ शहर के बागियों ने भी विरोध का जोर पकड़ा है। टिकट को लेकर खफा चल रहे बागियों ने जालंधर कैंट,वैस्ट व नॉर्थ में कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी कर दी। कांग्रेस से टिकट न मिलने से नाराज वैस्ट के दावेदार व पूर्व मेयर सुरेंद्र महे व बराड़ बिरादरी के प्रदेश प्रधान राजकुमार ने पार्टी से इस्तीफा देकर नामांकन भर दिया। बागियों द्वारा अाजाद खड़े होने से कांग्रेस के वोट बैंक को नुक्सान हो सकता है।
जालंधर कैंट से कांग्रेस के उम्मीदवार के खिलाफ राणा रंधावा ने बगावती तेवर दिखाते हुए नामांकन पत्र भरे। नकोदर से जगबीर बराड़ के खिलाफ गुरविंदर सिंह अटवाल नामांकन भर चुनावी मैदान में उतरे। बागियों के एेसे तेवरों से कांग्रेस के दोअाबा मेें जख्म फिर से हरे हो सकते हैं क्योंकि अपने ही अपनों को वोटों पर डाका डालने की होड़ में लगे हैं।
कैंट से बगावत करने वाले राणा रंधावा ने बताया कि वह शुरु से कांग्रेसी हैं अौर कांग्रेसी रहेंगे लेकिन चुनाव अाजाद लड़ेंगे। पार्टी नीतियों ने पहले अकाली दल से अाए जगबीर बराड़ अौर परगट सिंह को कैंट से टिकट दे दी जो कैंट वासियों को मंजूर नहीं। उन्होंने कहा कि वे कैंट वासियों की समस्याअों को लेकर खड़े हुए हैं।
उधर,नकोदर से कांग्रेस से बगावत कर नामांकन भरने वाले गुरविंदर सिंह अटवाल ने कहा कि कांग्रेस की टिकट वितरण नीतियों के चलते ही पंजाब में तीसरी बार कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ सकता है।