Edited By Updated: 17 Jan, 2017 11:10 AM
गांव सिख वाला में मुख्यमंत्री की सभा में उस समय हंगामा हो गया जब अकाली नेता तजिंदर सिंह मिद्दु खेड़ा के खिलाफ लोगों ने मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरु कर दिए।
मलोट (स.ह.): मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के लंबी विधानसभा क्षेत्र के गांव सिखवाला में सोमवार को उनकी चुनावी जनसभा में हंगामा खड़ा हो गया। मुख्यमंत्री बादल के साथ चेयरमैन तेजिंद्र सिंह मिड्डूखेड़ा को देखकर सभा में उपस्थित कई लोगों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारी चेयरमैन मिड्डूखेड़ा पर हलके के गांवों में गुटबंदी पैदा करने का आरोप लगा रहे थे। मुख्यमंत्री बादल लंबी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में चुनाव प्रचार कर रहे थे। प्रचार मुहिम के तहत मुख्यमंत्री बादल ने जैसे ही गांव सिखवाला पहुंचकर भाषण शुरू किया तो बादल के साथ चेयरमैन तेजिंद्र सिंह मिड्डूखेड़ा को देखकर लोग भड़क उठे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उन्हें मुख्यमंत्री बादल से कोई गिला-शिकवा नहीं है मगर चेयरमैन मिड्डूखेड़ा गांवों में गुटबंदी पैदा कर रहे हंै। वह गांवों के लोगों को दोफाड़ कर रहे हैं। इसलिए वह अगर सी.एम. के साथ आएंगे तो जनसभाओं का बहिष्कार किया जाएगा। गांव पंजावा में भी मुख्यमंत्री बादल के पहुंचने से पहले चेयरमैन मिड्डूखेड़ा का विरोध हुआ था मगर वहां अकाली नेताओं व पुलिस ने मुख्यमंत्री के पहुंचने तक मामला शांत करवा दिया था।
गौरतलब है कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री की मौजूदगी में हंगामा हो चुका है। अकाली दल की सहयोगी पार्टी भाजपा के जिला श्री मुक्तसर साहिब के नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा आने वाले चुनावों का जिला भर में बायकाट किया है। इस मामले संबंधी रूठे नेताओं व वर्करों को मनाने हेतु शुक्रवार को एडवर्डगंज गैस्ट हाऊस में एक समारोह रखा गया था। इसमें मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पहुंच कर रूठे हुए नेताओं व कार्यकर्ताओं के गिले शिकवों को दूर करना था। मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व समागम में भाजपा के जिला महासचिव अंग्रेज सिंह उडांग मंच संचालन कर रहे थे कि इस दौरान किसी बात पर उनकी डी.एस.पी. रैंक के सुरक्षा अधिकारी से बहस हो गई।
बात बढ़ती देख भाजपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी व संबंधित डी.एस.पी. को सस्पैंड करने की मांग करने लगे। उधर, जब मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल आ रहे थे तो इस दौरान उनको समारोह वाली जगह पर हुई उक्त घटना का पता चल गया जिस कारण उन्होंने कार से उतरने से पूर्व ही वापस लौटना उचित समझा ।