Edited By Updated: 16 Jan, 2017 04:06 PM
पूर्व सांसद नवजोत सिद्धू राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद सुर्खियों में रहे। 8 सितंबर को उन्होंने आखिरी बार पंजाब की बात की। यानी करीब 129 दिन पहले।
अमृतसरः पूर्व सांसद नवजोत सिद्धू राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद सुर्खियों में रहे। 8 सितंबर को उन्होंने आखिरी बार पंजाब की बात की। यानी करीब 129 दिन पहले। उसके बाद से सिद्धू मानों कही गुम ही हो गए । इस बीच उनपर कई बार कई तरह के आरोप लगे। सौदेबाजी से लेकर पंजाब से मुंह मोड़ने तक का। जवाब या तो प्रैस नोट में मिला या उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर के जरिए लेकिन अाज प्रैस कांफ्रैंस कर उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी।
18 जुलाई को राज्यसभा से इस्तीफे के बाद से अब तक ?
18 जुलाई: राज्यसभा से इस्तीफा, भाजपा नहीं छोड़ी।
25 जुलाई: कहा-मुझे पंजाब से दूर किया जा रहा।
8 सितंबर: आवाज-ए-पंजाब फ्रंट बनाने का एलान।
14 सितंबर: भाजपा से इस्तीफा दिया।
21 सितंबर: एलान किया कि वे नई पार्टी नहीं बनाएंगे।
12 अक्तूबर: फ्रंट की तीसरी बैठक हुई जिसमें पहली बार डाॅ. नवजोत कौर भी थीं। इसके बाद तीन बैठकें और हुईं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया।
20 नवंबर: मोर्चे के दो साथी बैंस ब्रदर्स ने आप मुखी अरविंद केजरीवाल के साथ की मीटिंग अौर 21 को अलायंस की घोषणा।
28 नवंबर: डाॅ.नवजोत कौर-परगट सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए।
रूठने, मनाने और अलग होने का दौर
2014 : अमृतसर सीट से टिकट न मिलने पर भाजपा से नाराज हुए सिद्धू
28 अप्रैल 2016 : भाजपा ने उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया
18 जुलाई 2016 : राज्यसभा की सदस्यता छोड़ी, भाजपा से इस्तीफा
8 सितंबर 2016 : ‘आवाज ए पंजाब’ मोर्चा की स्थापना की
12 जनवरी 2017 : कांग्रेस में शामिल होना लगभग तय, अमृतसर पूर्वी सीट से टिकट मिलने की चर्चा
सिद्धू होने के मायने
20 अक्तूबर 1963 को पटियाला के जट-सिख परिवार में जन्मे नवजोत सिंह सिद्धू ने एक विस्फोटक बल्लेबाज, लोकसभा सांसद और मनोरंजक टीवी सेलेब्रिटी के रूप में असीमलोकप्रियता अर्जित की है।
क्रिकेटर : 1983 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सिद्धू ने 51 टेस्ट (3,202रन), 136 वनडे (4,413 रन) और 157 प्रथम श्रेणी (9,571 रन) मैच खेले। 1999 में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
राजनेता- पहली बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद हत्या के एक मामले में दोषी करार दिए गए तो 2007 में इस्तीफा दिया। फैसले पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद उपचुनाव लड़ा और जीते। 2009 में फिर सांसद चुने गए।
सेलेब्रिटी : शेरोशायरी में महारत के चलते एक लोकप्रिय क्रिकेटर कमेंटेटर के रूप में पहचान हासिल की। कॉमेडी शो का जज बनकर घर-घर में लोकप्रिय हुए। उनका अंदाज लोगों को काफी रास आया।