Edited By Updated: 17 Dec, 2016 09:41 AM
2017 के विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस में पहले ही टिकटों को लेकर घमासान मचा हुआ है। ऐसे में 2012 के विधानसभा चुनावों में सुजानपुर
जालंधर(चोपड़ा): 2017 के विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस में पहले ही टिकटों को लेकर घमासान मचा हुआ है। ऐसे में 2012 के विधानसभा चुनावों में सुजानपुर हलका से टिकट के इच्छुक एक कांग्रेसी नेता द्वारा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रभारी को 25 लाख रुपए देने का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया में वायरल हो गया है जिसे लेकर कांग्रेस के राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। 2 मिनट 16 सैकेंड के इस क्लिप ने विपक्षी दलों के हाथों कांग्रेस के विरुद्ध एक बड़ा मुद्दा दे दिया है। वीडियो क्लिप में उक्त कांग्रेसी एक संवाददाता को इंटरव्यू देते हुए अपने साथ टिकट की एवज में मारी गई ठगी का जिक्र करते हुए पूर्व प्रदेश प्रभारी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाता है। कांग्रेस नेता बताता है कि उसने कैसे पूर्व प्रदेश प्रभारी को 2012 के विधानसभा चुनावों के लिए 25 लाख रुपए दिए थे और अब 2017 के चुनाव आ गए हैं उन्हें टिकट तो नहीं मिली कम से कम उसके 25 लाख रुपए वापस दे दो। उक्त कांग्रेसी अपने साथ हुई ठगी को लेकर पुलिस को अप्रोच करने की बात भी कर रहा है ताकि जैसा धोखा उसके साथ हुआ है वैसा किसी और के साथ न हो क्योंकि उन्हीं की बदौलत कांग्रेस पंजाब में हारी और हमारी सरकार नहीं बन पाई थी। क्लिप में उक्त कांग्रेसी नेता की कांग्रेस के बड़े नेता के साथ फोन पर हुई बातचीत भी सुनाई देती है जिसमें वह 25 लाख रुपए वापस करने की मांग कर रहा है।
रिकार्डिंग में ठगी का आरोप लगाने वाले कांग्रेसी नेता की कथित सीनियर नेता के साथ हुई बातचीत का विवरण इस प्रकार है-
कांग्रेस नेता : नमस्कार सर मैं ... बोल रहा हूं।
दूसरी तरफ से : हां जी, बोलें क्या हाल है आपका।
कांग्रेस नेता : सर 5 साल हो गए, मेरे पैसे वापस दे दो, टिकट तो मिली नहीं थी?
दूसरी तरफ : मेरे पास नहीं हैं।
कांग्रेस नेता : हैं नहीं का क्या मतलब, मैंने इतनी देर फोन नहीं किया कि आज आपका फोन आएगा, कल आएगा, परसों आएगा। 2012 में दिए थे 17 आ गया है अब तो कृपा करो भाई पर, क्यों ठगी मारते हो, दे दो मेरे पैसे वापस।
दूसरी तरफ : मैंने ऐसा कुछ नहीं किया, उलटा मैं फंसा हूं।
कांग्रेस नेता : मेरा क्या कसूर है इसमें?
दूसरी तरफ : कसूर सभी का है, जब इलैक्शन आते हैं सभी का कसूर होता है।
कांग्रेस नेता : पैसे आपको दिए, आपने पैसे आगे दिए किसी को?
दूसरी तरफ : हां, मैं उलटा फंसा हुआ हूं।
कांग्रेस नेता : किसको दिए?
दूसरी तरफ : मैं क्या बताऊं किसको दिए।
कांग्रेस नेता : आपने जिसको दिए मुझे मिला दो, वह कह दे हां मेरे को मिले हैं मैं चुप हो जाऊंगा?
दूसरी तरफ : ऐसा नहीं होता न ।
कांग्रेस नेता : आप लोगों के साथ 25-25 लाख की ठगी मार लो तो ऐसे पचा लोगे?
दूसरी तरफ : मैंने कोई ठगी नहीं मारी।