Edited By Updated: 16 Dec, 2016 10:34 AM
पंजाब प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह ने उधारी के उम्मीदवारों को कांग्रेस के कर्णधार बताते हुए खुद ही यह मान लिया है
चंडीगढ़ (ब्यूरो): पंजाब प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह ने उधारी के उम्मीदवारों को कांग्रेस के कर्णधार बताते हुए खुद ही यह मान लिया है कि प्रदेश में पार्टी के पास चुनाव मैदान में उतारने के लिए उम्मीदवार नहीं हैं। एक राष्ट्रीय पार्टी के लिए इससे बड़ी शर्मनाक स्वीकारोक्ति और कोई नहीं हो सकती। अमरेंद्र ने साबित कर दिया है कि चुनावों में करारी हार के बाद पंजाब पूरी तरह कांग्रेस-मुक्त हो जाएगा।
शिरोमणि अकाली दल के महासचिव और राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा है कि पंजाब कांग्रेस प्रधान के रूप में अमरेंद्र पूरी तरह नाकाम साबित हो गए हैं। अपने एक साल के कार्यकाल में अमरेंद्र डूबती कांग्रेस को बचाने में असफल हो गए हैं।
अमरेंद्र ने पंजाब कांग्रेस की नाजुक हालत की पोल खुद ही खोल दी है। अगर उनके पास उम्मीदवार नहीं हैं तो कांग्रेस की खोखली हालत का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है, जीत तो बहुत दूर की बात है। अमरेंद्र के बयान से महज टिकट की आस में कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं का राजनीतिक करियर भी दाव पर लग गया है।