Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Dec, 2017 11:11 AM
शहर में हो रहे नगर निगम चुनावों को लेकर कुल 80 वार्डों में सभी प्रत्याशियों की सिर-धड़ की बाजी लगी हुई है। हरेक प्रत्याशी अपनी जीत पक्की करने के लिए हर तरह का हथकंडा अपना रहा है। इसका सबसे ज्यादा फायदा चापलूस टाइप के पियक्कड़ उठा रहे हैं, जो अपने...
जालंधर(सुमित): शहर में हो रहे नगर निगम चुनावों को लेकर कुल 80 वार्डों में सभी प्रत्याशियों की सिर-धड़ की बाजी लगी हुई है। हरेक प्रत्याशी अपनी जीत पक्की करने के लिए हर तरह का हथकंडा अपना रहा है। इसका सबसे ज्यादा फायदा चापलूस टाइप के पियक्कड़ उठा रहे हैं, जो अपने वार्ड के सभी उम्मीदवारों को ही उनकी जीत पक्की होने का भरोसा देकर उनसे अपना कोटा यानी शराब की डिमांड कर रहे हैं।
डिमांड करने का उनका तरीका भी ऐसा होता है कि उनको प्रत्याशी मना भी नहीं कर पाता। अगर देखा जाए तो इनको किसी भी प्रत्याशी की जीत या हार से कोई मतलब नहीं है। यह तो बस इलैक्शन तक अपनी दारू के जुगाड़ में ही रहते हैं।यहां हम बात कर रहे हैं सैंट्रल हलके के एक वार्ड की, जिसमें कांग्रेस और अकाली प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। एक दिन पहले ही एक चापलूस पियक्कड़ कांग्रेसी प्रत्याशी के पास गया और जाकर बोला - नेता जी! तुहाडी जित्त पक्की है, लिआओ साडा कोटा। इसने बताया कि वह अपनी गली की वोटें भी कांग्रेसी प्रत्याशी को दिलवाएगा।
इसके एवज में वह कांग्रेसी प्रत्याशी से दारू का जुगाड़ कर ले गया। उसी शाम को इसी पियक्कड़ को जब कांग्रेस समर्थकों द्वारा अकाली प्रत्याशी की मीटिंग में देखा गया तो उनको सारा माजरा समझ आ गया कि वह मात्र पीने का जुगाड़ करने आया था। उसके पीछे कोई वोटर नहीं है।ऐसा सिर्फ एक वार्ड में ही नहीं हो रहा है। यह हरेक वार्ड की कहानी है। इस बात को समझते हुए भी प्रत्याशियों को ऐसे व्यक्तियों का एंटरटेन करना ही पड़ता है।