Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Nov, 2017 04:55 PM
पंजाब मंत्रिमंडल में चिर प्रतीक्षित विस्तार को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी तथा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के मध्य होने वाली बैठक का इंतजार किया जा रहा है। कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि मुख्यमंत्री कैप्टन...
जालंधर (धवन): पंजाब मंत्रिमंडल में चिर प्रतीक्षित विस्तार को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी तथा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के मध्य होने वाली बैठक का इंतजार किया जा रहा है। कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह गुजरात विधानसभा के आम चुनावों से पूर्व अपने मंत्रिमंडल में विस्तार करने के इच्छुक है। राहुल गांधी की चुनावी व्यस्तताओं के कारण मुख्यमंत्री की अभी तक उनसे बैठक संभव नहीं हो सकी है। राहुल गांधी अब भी गुजरात की तरफ अपना ध्यान केन्द्रित किए हुए हैं। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह चाहते हैं कि मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले विधायकों को अब और लंबा इंतजार न करवाया जाए, क्योंकि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने स्वयं कहा था कि गुरदासपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव के संपन्न होने के बाद मंत्रिमंडल में विस्तार कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री के नजदीकी सूत्रों ने बताया कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह लगातार राहुल गांधी से बैठक को लेकर प्रयायरत्त है। राहुल गांधी जब भी दिल्ली में उपलब्ध होंगे, तो कैप्टन अमरेन्द्र सिंह उनसे मुलाकात कर सकते हैं। कैप्टन की अपनी ओर से पूरी तैयारी है तथा उन्होंने उन विधायकों के नाम भी तैयार किए हुए हैं, जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना है। केवल राहुल गांधी से उन नामों बारे अंतिम विचार विमर्श होना बाकी है। बताया जाता है कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह उन विधायकों को अपने मंत्रिमंडल में लेंगे, जो संकट के काल में उनके साथ रहे हैं। इसके साथ ही वह मालवा, दोआबा, माझा को भी प्रतिनिधित्व देना चाहते हैं। मंत्रिमंडल में शामिल होने के इच्छुक कांग्रेसी विधायक लंबे समय से कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को लुभाने की कोशिशों में लगातार लगे हुए हैं। कुछ विधायक तो दिल्ली के भी चक्कर लगातार काट रहे हैं परन्तु अंतिम चाबी तो मुख्यमंत्री के हाथों में है। वह अपने मंत्रिमंडल में स्वच्छ छवि वाले विधायकों को शामिल करने के इच्छुक हैं। साथ ही मुख्यमंत्री कुछ नौजवान चेहरों को भी मंत्रिमंडल में लेने के इच्छुक बताए जा रहे हैं।
कांग्रेसी हलकों ने बताया कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की कोशिश रहेगी कि गुजरात चुनाव से पूर्व मंत्रिमंडल में विस्तार कर लिया जाए क्योंकि दिसम्बर के मध्य में सरकार ने कार्पोरेशन के चुनाव भी करवाने हैं। जितने अधिक मंत्री होंगे, उतने ही अधिक उन्हें कार्पोरेशन चुनाव वाले शहरों में डयूटियां देकर मैदान में भेजा जाएगा। गुजरात चुनाव से पूर्व मंत्रिमंडल विस्तार होने से कांग्रेस को यह भी लाभ मिलेगा कि उसके सभी मंत्री विभिन्न शहरों की जिम्मेदारियां अपने ऊपर ले लेंगे। चाहे यह चुनाव पंजाब कांग्रेस कमेटी के अधीन लड़े जाएंगे परन्तु मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह पहले ही कार्पोरेशन चुनाव वाले शहरों के लिए अपनी तरफ से ग्रांटें रिलीज कर चुके हैं। अब सब कुछ राहुल गांधी की चुनावी व्यस्तताओं पर निर्भर करता है। गुजरात की तरफ फिलहाल राहुल गांधी का पूरा ध्यान टिका हुआ है। अगर कहीं राहुल गांधी ही मुख्यमंत्री को मंत्रिमंडल विस्तार गुजरात चुनावों के बाद ही करने के लिए न कह दें क्योंकि पिछली बार भी जब मुख्यमंत्री जुलाई महीने में मंत्रिमंडल विस्तार करना चाहते थे तो राहुल गांधी ने गुरदासपुर उपचुनाव के बाद विस्तार करने के लिए कहा था।