Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jun, 2017 11:14 AM
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार द्वारा पंजाब विधानसभा में पेश किए गए बजट में जिला बरनाला की झोली सौगातों से खाली रही। जिले की तीनों सीटें कांग्रेस ने गंवा दी थी। शायद इस कारण जिला बरनाला का हाथ खाली ही रहा।
बरनाला(विवेक सिंधवानी,गोयल): कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार द्वारा पंजाब विधानसभा में पेश किए गए बजट में जिला बरनाला की झोली सौगातों से खाली रही। जिले की तीनों सीटें कांग्रेस ने गंवा दी थी। शायद इस कारण जिला बरनाला का हाथ खाली ही रहा। इस बजट के संबंध में ‘पंजाब केसरी’ द्वारा लोगों के विचार जाने गए तो लोगों ने इस बजट के प्रति मिली-जुली प्रतिक्रिया जताई।
बजट में किसानों का ऋण माफ करना, युवाओं को स्मार्ट फोन देना, प्रति वर्ष एक लाख नौकरियां देना, पैंशन की राशि बढ़ाना, ऋणी किसानों द्वारा आत्महत्या करने पर परिवार को 5 लाख की सहायता व लड़कियों को नि:शुल्क शिक्षा देना, बहुत बड़ा कार्य कम समय में ही पंजाब के लोगों को देना बहुत बड़ी बात है, यह पंजाब के लोगों के लिए बहुत बड़ी राहत है।
दामन थिंद बाजवा, युवा नेत्री, कांग्रेस
पंजाब के उद्योगों के लिए वित्त मंत्री ने बिजली के रेट 5 रुपए प्रति यूनिट कर दिए हैं जोकि प्रशंसनीय कदम है उनके इस कदम से पंजाब में नए कारखाने लगेंगे। नए कारखाने लगने से नई नौकरियां पैदा होंगी व युवकों को रोजगार मिलेगा। पंजाब भी खुशहाली की तरफ बढ़ेगा।
राकेश कुमार गुप्ता,उद्योगपति
पंजाब के किसानों का कर्जा सिर्फ 1500 करोड़ रुपए ही माफ किया गया है जबकि पंजाब के किसानों पर लगभग 90 हजार करोड़ का कर्जा है। यह कदम उठाकर कांग्रेस सरकार ने पंजाब के किसानों से धोखा किया है। क्योंकि उसने अपने मैनीफैस्टो में किसानों का कर्जा माफ करने का वायदा किया था।
रविन्द्र सिंह रम्मी ढिल्लों, पार्षद
इस समय पंजाब की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा कमजोर है। पंजाब पर कर्जे का बोझ बहुत अधिक है। वार्षिक 12000 करोड़ रुपए के करीब पंजाब पर ब्याज ही पड़ जाता है। पंजाब को कर्जे की दलदल से निकालने के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया गया।
सतनाम सिंह राही,एडवोकेट