Edited By Updated: 22 Jan, 2017 06:46 PM
पंजाब विधानसभा के लिए चार फरवरी को होने वाले .....
चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा के लिए चार फरवरी को होने वाले चुनाव में कुछ सीटों पर तीन मुख्य पार्टियों के कद्दावर नेताओं के बीच मुकाबला होने की उम्मीद है। राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरी आम आदमी पार्टी (आप) ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है जिसमें अब तक कांग्रेस और अकाली...भाजपा गठजोड़ का वर्चस्व था।
राज्य की 117 सदस्यीय विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव में लांबी, जलालाबाद, अमृतसर पूर्व, लहरगग्गा, पटियाला और बटाला सीटों पर निगाहें टिकी होंगी। लांबी मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की सीट है। वहां पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरेंद्र सिंह उन्हें और आप के जरनैल सिंह को चुनौती पेश कर रहे हैं। इसके अलावा, उप मुख्यमंत्री और शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल जलालाबाद में आप के भगवंत मान और कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
लहरगग्गा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल शिअद के कद्दावर नेता और वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींढसा के खिलाफ मैदान में हैं। ढींढसा ने सुनाम से अपनी सीट बदल ली है। कांग्रेस के कैप्टन अमरेंद्र सिंह और शिअद के जनरल (सेवानिवृत्त) जेजे सिंह पटियाला शहरी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। यह कांग्रेस का पारंपरिक गढ़ रहा है। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कुल 1,146 उम्मीदवार मैदान में हैं।
इसमें शिअद-भाजपा, कांग्रेस और आप के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है। चुनाव मैदान में उतरी अन्य पार्टियों में बसपा, पूर्व आप नेता सुचा सिंह छोटेपुर नीत अपना पंजाब पार्टी, वामपंथी दल, भाकपा और माकपा तथा शिअद अमृतसर भी शामिल है। पंजाब विधानसभा चुनाव को नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता की परीक्षा के तौर पर भी देखा जा रहा है।