Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Nov, 2017 03:13 PM
पंजाब विधानसभा सत्र दूसरे दिन शुरू होते ही हंगामें की भेंट चढ़ गया। आम आदमी पार्टी सुखपाल खैहरा मामले में सीबीआई जांच की मांग तथा अकाली दल किसानों के कर्ज माफी पर हंगामा करने लगे जिसके बाद सदन की कार्रवाई आधे घंटो के लिए स्थगित कर दी गई।
चंडीगढ़(भुल्लर-फोटो कुर्ल): पंजाब विधानसभा सत्र दूसरे दिन शुरू होते ही हंगामें की भेंट चढ़ गया। आम आदमी पार्टी सुखपाल खैहरा मामले में सीबीआई जांच की मांग तथा अकाली दल किसानों के कर्ज माफी पर हंगामा करने लगे जिसके बाद सदन की कार्रवाई आधे घंटो के लिए स्थगित कर दी गई।
इस दौरान प्रैस कांफ्रैंस करते मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि विरोधी पक्ष को सिर्फ हंगामा करना ही आता है और ऐसा करके इन लोगों ने सदन की मर्यादा भंग की है। उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष यह मांग कर रही है कि सदन की कार्रवाई और दिनों के लिए बढ़ाई जाए परन्तु इसके साथ सिर्फ पैसों की बर्बादी होगी। कैप्टन ने कहा कि एक दिन की विधानसभा का खर्चा 70 लाख रुपए आता है, इसलिए सैशन का समय बढ़ाना पैसों का दुरुपयोग के सिवा और कुछ नहीं है।
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री ने अपने पहले बयानों से यू-टर्न लेते हुए कहा कि उन्होंने नशों के आरोपों में बिक्रम मजीठिया को कभी क्लीन चिट नहीं दी। पंजाब विधानसभा स्तर की करवाई हंगामे के बीच कुछ समय के लिए रुकने पर सदन से बाहर आकर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि कौन कहता है कि मजीठिया के खिलाफ सबूत नहीं। सी.एम.ने कहा की एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के अलावा इनकम टैक्स विभाग भी जांच कर रहा है जिसमे पंजाब पुलिस भी सहयोग दे रही है। जांच के आधार पर करवाई होगी और नशा तस्करी मामले में शामिल किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।