Edited By Updated: 06 Dec, 2016 05:03 PM
विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा टिकटों के बंटवारे को लेकर फूंक-फूंककर कदम रखा जा रहा है। यहां जलालाबाद की विधानसभा सीट को
जलालाबाद(सेतिया): विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा टिकटों के बंटवारे को लेकर फूंक-फूंककर कदम रखा जा रहा है। यहां जलालाबाद की विधानसभा सीट को शिरोमणि अकाली दल अहम सीट के रूप में देख रहा है। यही कारण है कि 2012 के विधानसभा चुनावों में करीब 50 हजार वोटों से जीतने वाले उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा अपनी टिकट को तीसरी लिस्ट में भी अपना नाम जारी नहीं किया है। जिस पर लोगों के मन में बड़े सवाल पैदा हो रहे हैं।
इसमें कोई शक नहीं कि जलालाबाद क्षेत्र में विकास कार्यों में कोई कमी नहीं है पर जब से आम आदमी पार्टी द्वारा भगवंत मान को सुखबीर बादल के मुकाबले चुनाव मैदान में उतारा गया हलके में राजनीतिक समीकरण काफी बदले नजर आ रहे हैं। हालांकि लोकल लीडरशिप द्वारा इस बात को लोगों के सामने रखा जा रहा है कि भगवंत मान किसी भी पक्ष से सुखबीर बादल का मुकाबला नहीं कर सकते। लोगों में इस बात की आम चर्चा है कि शिअद पार्टी की तीसरी लिस्ट जारी होने के बावजूद जलालाबाद से सुखबीर सिंह बादल द्वारा उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है।
इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है सुखबीर सिंह बादल द्वारा रखे जाते संगत दर्शन कार्यक्रमों और जलालाबाद में विश्व कबड्डी कप मैच दौरान भी घुबाया गायब रहे थे। यही नहीं 2017 के लिए शेर सिंह घुबाया ने अपनी बेटी के लिए जलालाबाद से टिकट की मांग रखी हुई है व इसी रुकावट के कारण यहां की सीट को फाइनल करने में लगातार देरी हो रही है।