Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Aug, 2017 01:34 AM
पंजाब रोडवेज के पनबस कांट्रैक्ट कर्मियों की यूनियन ने राज्य सरकार को 2 सप्ताह का...
चंडीगढ(भुल्लर): पंजाब रोडवेज के पनबस कांट्रैक्ट कर्मियों की यूनियन ने राज्य सरकार को 2 सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।सोमवार को यहां यूनियन की राज्य स्तरीय बैठक रेशम सिंह गिल की अध्यक्षता में हुई। इसमें राज्य के 18 रोडवेज डिपुओं से संबंधित 30 नेता शामिल थे।
यूनियन ने पनबस में चल रही कांट्रैक्ट प्रणाली पर विचार करने के बाद इसको खत्म करवाने के लिए आंदोलन को तेज करने का फैसला लिया। बैठक में पास किए गए प्रस्ताव में राज्य सरकार से ठेका प्रणाली खत्म करने की मांग की है। उल्लेखनीय बात है कि इस बैठक को सीटू के प्रदेश महासचिव रघुनाथ सिंह ने भी संबोधित किया तथा रोडवेज कर्मियों के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि रैगुलर पोस्टों पर ठेके व आऊटसोर्सिंग के माध्यम से भर्ती किसी भी तरह वाजिब नहीं है क्योंकि इससे कर्मियों का शोषण होता है।
बैठक में पास एक अन्य प्रस्ताव में मांग की गई है कि पंजाब सरकार पनबस में ठेके पर भर्ती सभी ड्राइवरों, कंडक्टरों व वर्कशॉप कर्मियों को तुरंत रैगुलर करे। सुप्रीम कोर्ट का 26 अक्तूबर, 2016 का फैसला लागू कर कर्मियों को रैगुलर वर्करों के बराबर वेतन सुनिश्चित किया जाए। यूनियन के महासचिव बलजीत सिंह व चेयरमैन कमल कुमार ने कहा कि ठेके पर भर्ती सभी कर्मियों को रैगुलर करने के साथ ही दिसम्बर 2016 के बाद प्राइवेट कम्पनियों को दिए सभी रूट भी रद्द किए जाएं। दूसरे राज्यों को जाने वाले इंटर स्टेट परमिट भी सरकारी बसों को ही मिलें।